MP Vidhan Sabha Winter Session: मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र से शुरू हो गया है। पांच दिवसीय सत्र की शुरुआत वंदे मातरम के गायन से हुई। शीतकालीन सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई, जिसमें बुधनी सीट से रमाकांत भार्गव और अमरवाड़ा सीट से कमलेश शाह ने शपथ ली। हालांकि, विजयपुर से विधायक बने मुकेश मल्होत्रा शपथ लेने नहीं आए। स्पीकर ने शपथ के लिए नाम पुकारा, लेकिन मल्होत्रा सदन में मौजूद नहीं थे।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद सदन में मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी प्रसिद्ध बैगा चित्रकार पद्मश्री जोधईया बाई के निधन पर शोक व्यक्त किया।
मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर डबरा विधायक सुरेश राजा ने चेक डैम निर्माण को लेकर मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कितना पैसा खर्च हुआ है और कहां-कहां चेक डैम बनाये गये हैं। जिस पर पंचायत ग्राम विकास मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि अगर कोई संदेह है तो जांच कराई जा सकती है। मैं यह बात दिखवाऊंगा। इसके बाद गलत जानकारी देने के मामले में जयवर्द्धा को कार्य सूची में शामिल करने का मुद्दा उठाया गया। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों की समस्या यह है कि उन्हें गलत जानकारी दी जाती है।
सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायकों के तीखे तेवर देखने को मिले। फर्टिलाइजर मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा से वॉकआउट किया। कई विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। जिसके बाद मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार 17 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्र में विधायकों ने 1070 ऑनलाइन और 696 ऑफलाइन प्रश्न पूछे हैं। कुल 1766 प्रश्न पूछे गए हैं। सत्र में आष्टा के व्यापारी मनोज परमार और उनकी पत्नी के आत्महत्या मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की भूमिका, धमकी और उत्पीड़न का मुद्दा सबसे ज्यादा चर्चा में रहेगा। खाद संकट और उद्योगपतियों द्वारा किसानों की जमीन कम कीमत पर खरीदने के आरोप भी सदन में गूंजेंगे।