मध्य प्रदेश में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का दौर जारी है। ग्वालियर में शुक्रवार को 0.8 मिमी बारिश हुई। वहीं रहली, मवई, पुष्पराजगढ़, जयतपुर, नौगांव, बिजुरी, जयसिंहनगर, अमानगंज, वारसवानी, वेंकटनगर, देवरी और सागर में बारिश देखने को मिली। इसके अलावा मुरैना और सागर में ओले गिरे।
वहीं राजधानी भोपाल में बादल छाए रहे। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों तक बारिश, ओलावृष्टि, तूफान और आंधी की आशंका जताई है। शुक्रवार तड़के ग्वालियर समेत कई शहरों में बारिश हुई, जिससे दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
शनिवार 12 अप्रैल को पांढुर्ना, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओले गिरने की संभावना है। वहीं, भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, सागर संभागों के 31 जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश का अनुमान है।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में अप्रैल के पहले और दूसरे हफ्ते में मई-जून जैसी गर्मी और लू का दौर देखने को मिला। इस दौरान राज्य के कई इलाकों में लू का अलर्ट भी जारी किया गया। हालांकि, अब बारिश से चिलचिलाती गर्मी और लू से कुछ राहत मिली है।
प्रदेश में भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, छतरपुर, पन्ना, दमोह, कटनी, मैहर, उमरिया, डिंडोरी, अनुपपुर, दतिया, शिवपुरी, गुन्ना, राजगढ़, विदिशा, अशोकपुर, सेवदापुर, देउलपुर, देहपुर, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, शहडोल में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार 15 अप्रैल तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। आपको बता दें कि एक पश्चिमी विक्षोभ, दो चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र और दो द्रोणिकाओं के सक्रिय होने से मध्य प्रदेश में मौसम बदल गया है। मौसम बदलने के कारण दिन और रात के तापमान में कमी आ रही है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर समेत कई जिलों में तापमान 40 डिग्री से नीचे आ गया है।