मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल स्थित विज्ञान भवन पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज बहुत अच्छा समय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विभागों को सभी आवश्यक कार्य करने की स्वतंत्रता दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी नई तकनीक और नवाचारों के प्रति पूरी तरह उदार रहे हैं। हमारे देश ने दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश किया है। चाहे डिजिटल भुगतान हो या कोविड के दौरान वैक्सीन का रिकॉर्ड, भारत ने हर मामले में दुनिया को राह दिखाई है। हमारी पूरी व्यवस्था विज्ञान पर आधारित है।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हमारा भारत इतना बड़ा है कि इसमें विश्व के 100 देश समा सकते हैं। इसका एकमात्र कारण विज्ञान है। वर्तमान युग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का युग है। मध्य प्रदेश सरकार भी विज्ञान को लगातार बढ़ावा दे रही है। हमारी पूरी व्यवस्था विज्ञान पर आधारित है। आधुनिक विज्ञान से पहले भी हमारे विद्वान नवग्रह की पूजा करते थे।
सीएम ने कहा, हम बैठे हुए भी चल रहे हैं, घूमना-फिरना हमारा वैदिक वाक्य है। हमारा शरीर हर पल बदल रहा है। ब्रह्माण्ड वैसा ही है जैसा हमारा शरीर है। जीवन जन्म से मृत्यु तक की यात्रा है। हम सभी अनंत आकाश की ओर दौड़ रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने फसल बीमा योजना का पोस्टर भी जारी किया।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि 28 फरवरी को मध्यप्रदेश में "राष्ट्रीय विज्ञान दिवस" किया गया। सीएम डॉ. यादव ने विद्यार्थियों के लिए आयोजित वर्कशॉप का अवलोकन कर उनसे संवाद भी किया। सीएम डॉ. यादव पूरे प्रदेश के विद्यार्थियों को ऑनलाईन माध्यम से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर संबोधित किया। प्रदेश में 250 से अधिक स्थानों पर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। आयोजन में वैज्ञानिक, शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी एवं विज्ञान-प्रौद्योगिकी तथा नवाचार से संबंधित लोग शामिल हुए।
भारत सरकार द्वारा इस वर्ष कार्यक्रम की थीम ’’विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व में भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना’’ है। प्रदेश के विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, विद्यालय, वैज्ञानिक संस्थान एवं अन्य संस्थाओं ने भी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कार्यक्रम में सहभागिता की। इस अवसर पर पूरे राज्य में विज्ञान दिवस समारोह, कार्यशालाएं, वैज्ञानिक-सत्र, संवाद, विज्ञान आधारित प्रतियोगिताएं एवं अनुसंधान टेक्नोलॉजी पर आधारित गतिविधियां संचालित की गईं।
कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग संजय दुबे, संचालक हिन्दी ग्रंथ अकादमी, अशोक कडे़ल, निदेशक विक्रमादित्य शोधपीठ संस्थान एवं संस्कृति सलाहकार श्रीराम तिवारी और महानिदेशक, म.प्र.विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद डॉ. अनिल कोठारी भी उपस्थित रहे। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का मुख्य कार्यक्रम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के विज्ञान भवन, नेहरू नगर, भोपाल स्थित सभागार में प्रारंभ हुआ।