Nishatpura NSG 3 Category Station: सांसद आलोक शर्मा ने भी निशातपुरा रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया था, अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश, जल्द ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव कर सकते है स्टेशन का शुभारंभ, भोपाल में स्टेशन की संख्या 3 बढ़कर 4 हो जाएगी, मालवा और सोमनाथ एक्सप्रेस का होगा हाल्ट
Nishatpura NSG 3 Category Station: भोपाल का निशातपुरा NSG-3 कैटेगरी का स्टेशन होगा। बेहतर बुनियादी सुविधाओं के साथ स्टेशन का अपग्रेडेशन किया जा रहा है।
भोपाल के निशातपुरा स्टेशन के बारे में डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी ने परियोजना में देरी के कारणों के बारे में बताया कि इसे NSG-3 कैटेगरी में रखा गया है। इस कारण सार्वजनिक घोषणा प्रणाली को उन्नत किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, कवर किए गए क्षेत्र का भी विस्तार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार निशातपुरा स्टेशन को 2017 से पहले सी श्रेणी में रखा गया था। नवंबर 2017 से स्टेशनों के वर्गीकरण के मानदंडों को संशोधित किया गया है।
नये वर्गीकरण के अनुसार, स्टेशनों का वर्गीकरण करते समय स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों की संख्या और यात्री राजस्व दोनों को ध्यान में रखा गया है। स्टेशनों को तीन समूहों में विभाजित किया गया है, गैर-उपनगरीय (NSG), उपनगरीय (SG), और हाल्ट(HG)। इन समूहों को क्रमशः ग्रेड 1-6, 1-3 और 1-3 में विभाजित किया गया है। NSG-3 कैटेगरी में आय मानदंड के अनुसार, इसकी आय 20 करोड़ रुपये से अधिक और 100 करोड़ रुपये से कम या उसके बराबर है।
28 जनवरी को सांसद आलोक शर्मा ने भोपाल के निशातपुरा रेलवे स्टेशन पर करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाओं का निरीक्षण किया। स्टेशन पर नवनिर्मित प्लेटफार्म, फुटओवर ब्रिज, यात्री लिफ्ट, रैम्प और प्रतीक्षा कक्ष सहित अन्य सुविधाओं की समीक्षा की गई। सांसद शर्मा ने रेलवे अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण था सेंट्रल वेयर हाउस के गोदामों को हटाकर यात्रियों के लिए सुगम प्रवेश द्वार बनाना।
उन्होंने मालवा एक्सप्रेस और सोमनाथ वेरावल एक्सप्रेस को निशातपुरा स्टेशन से चलाने के निर्देश दिए, जिससे भोपाल और रानी कमलापति स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ कम हो जाएगी। निशातपुरा स्टेशन पर 6 से अधिक रेलगाड़ियां रुक सकती हैं।
जिनमें इंदौर-पटना-इंदौर एक्सप्रेस (अप/डाउन), अंबेडकर नगर-प्रयागराज जंक्शन, भुज-शालीमार-भुज एक्सप्रेस, अहमदाबाद-पटना-अहमदाबाद, इंदौर-बरेली-इंदौर, इंदौर-हावड़ा-इंदौर शिप्रा एक्सप्रेस,
मालवा और ओवरनाइट एक्सप्रेस जैसी चार से अधिक ट्रेनें भोपाल स्टेशन पर रुकती हैं। यदि इन ट्रेनों का स्टॉप भोपाल में खत्म कर निशातपुरा तक सीमित कर दिया जाए तो इनके इंजन की दिशा बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इससे उन्हें सीधे इंदौर, उज्जैन और रतलाम भेजना आसान हो जाएगा। वर्तमान में इन ट्रेनों के भोपाल तक के सफर के दौरान इंजन की दिशा बदलने में आधे घंटे से अधिक का समय लगता है, जिसे बचाया जा सकेगा।