अब तेंदूपत्ता संग्राहकों के मेधावी बच्चों को मेडिकल, इंजीनियरिंग व विधि कोर्स की कोचिंग का भत्ता मिलेगा


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स्टोरी हाइलाइट्स

तेंदूपत्ता संग्राहकों, फड़मुंशियों एवं प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के प्रबंधकों के मेधावी बच्चों को इस ही साल से 12 वीं में 60 प्रतिशत से अधिक अंकों से उत्तीर्ण होने पर व्यावसायिक कोर्स यथा मेडिकल, इंजीनियरिंग एवं विधि की कोचिंग हेतु भत्ता दिया जायेगा..!!

भोपाल: राज्य सरकार के वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत एमपी लघु वनोपज संघ ने अपनी एकलव्य शिक्षा विकास योजना का विस्तार किया है जिसके तहत अब तेंदूपत्ता संग्राहकों, फड़मुंशियों एवं प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के प्रबंधकों के मेधावी बच्चों को इस ही साल से 12 वीं में 60 प्रतिशत से अधिक अंकों से उत्तीर्ण होने पर व्यावसायिक कोर्स यथा मेडिकल, इंजीनियरिंग एवं विधि की कोचिंग हेतु भत्ता दिया जायेगा। 

भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर एवं रीवा संभागीय मुख्यालयों हेतु 12 माह तक 8 हजार रुपये प्रति माह, अन्य संभागीय मुख्यालयों हेतु 6 हजार रुपये प्रति माह तथा संभागीय जिलों को छोडक़र शेष अन्य जिलों हेतु 3500 रुपये प्रति माह कोचिंग भत्ता दिया जायेगा। इसका लाभ उन विद्यार्थियों को मिलेगा जिन्होंने शिक्षण सत्र 2023-24 एवं आगामी वर्षों में 12 वीं कक्षा 60 प्रतिशत से अधिक अंकों से उत्तीर्ण की है।

उल्लेखनीय है कि संघ अब तक वर्ष 2022-23 से एकलव्य शिक्षा योजना के तहत कक्षा 9 वीं एवं 10 वीं के विद्यार्थियों के लिये 15 हजार रुपये, कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों को 18 हजार रुपये, गैर तकनीकी स्नातक उपाधि प्राप्त अध्ययनरत विद्यार्थी हेतु 25 हजार रुपये एवं व्यवसायिक पाठय़क्रम के विद्यार्थियों के लिये 60 हजार रुपये प्रति वर्ष छात्रवृत्ति प्रदान करता है। अब इसका विस्तार कर व्यवसायिक पाठ्यक्रम की कोचिंग भी शामिल की गई है। यह सहायता धनाभाव के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रहने के उद्देश्य से की जायेगी।