भोपाल: उत्तर सागर वनमंडल प्रदेश का 25 वां वन्यप्राणी अभयारण्य होगा। इसके लिये राज्य शासन ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह डा. भीमराव अम्बेडकर के नाम से जाना जायेगा। यह नवीन अभयारण्य 258.640 वर्ग किलोमीटर का होगा।
इसलिये बनाया अभयारण्य :
उत्तर सागर वनमंडल को अभयारण्य इसलिये बनाया गया है क्योंकि पन्ना नेशनल पार्क का काफी हिस्सा केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट में आ या है तथा इसकी भरपाई के लिये उत्तर सागर अभयारण्य बनाया जाना जरुरी था। अभयारण्य के रुप में राज्य शासन की स्वीकृति मिलने से यह टाईगर कॉरीडोर के रुप में भली भांति संरक्षित हो जायेगा। यह कॉरीडोर पन्ना नेशनल पार्क से लेकर, माधव नेशनल पार्क एवं कूनो नेशनल पार्क तक जाता है जिसमें टाईगर आवाजाही करते हैं।
कांग्रेस शासनकाल में प्रस्तावित हुआ था :
उत्तर सागर वनमंडल को वन्यप्राणी अभयारण्य बनाने की रुपरेखा पिछली कांग्रेसनीत कमलनाथ सरकार के समय बनी थी तथा तत्कालीन वन मंत्री उमंग सिंघार ने इसे बनाना प्रस्तावित किया था और नामकरण भी डा. भीमराव अम्बेडकर के नाम से प्रस्तावित किया था। चूंकि वर्तमान राजनीति संविधान एवं डा. अम्बेडकर के नाम को लेकर तेजी से चल रही है, इसलिये वर्तमान मोहन यादव सरकार ने इसे डा. अम्बेडकर के नाम पर करने की ही मंजूरी दी है।
राज्य का वन विभाग अब इसकी अधिसूचना जारी करने के लिये इसे विधि विभाग के पास परिमार्जन यानि रेक्टीफिकेशन के लिये भेज रहा है जहां से फाइल अप्रूव होने पर इसका गजट नोटिफिकेशन कर दिया जायेगा।