Rajkot Temple: देशभर में आज धूमधाम से रामनवमी का पावन पर्व मनाया जा रहा है. तो फिर बात करते हैं राजकोट के एक ऐसे मंदिर की जहां भगवान राम और कृष्ण की कुंडली को चित्रित किया गया है.
एक आम आदमी की कुंडली होती है ये बात तो अपने ज़रूर सुनी होगी लेकिन चूंकि भगवान राम और कृष्ण ने भी मानव रूप धारण किया था, इसलिए ज्योतिषियों ने उनके जन्म समय आदि के अनुसार उनकी कुंडली तैयार की थी. जो आज भी इस मंदिर में लगी हुई हैं.
यह कुंडली राजकोट में आम्रपाली के पास 38 साल पुराने एक मंदिर में स्थापित की गई है. इस कुंडली के ज़रिये लोग देख सकते हैं कि भगवान राम और कृष्ण के ग्रह योग कैसे थे. रामनवमी के मौके पर इन राशियों को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं.
पंजरी प्रसाद वितरण-
इस बारे में मंदिर के महंत योगेंद्र नाथ पुरी ने बताया कि, मुझे विचार आया कि चूंकि यह राम मंदिर है तो यहां भगवान की कुंडली होनी चाहिए. इसलिए शास्त्रों और पुराणों की सहायता से भगवान राम और कृष्ण की कुण्डलियाँ तैयार कर चढ़ायी गयी हैं.
राम मंदिर में आज बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए हुए हैं और दोपहर 12 बजे रामलला का पूजन कर राम जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया. साथ ही पंजरी प्रसाद का वितरण भी किया जा रहा है.