पर्यटन विभाग का पोर्टल सुबह सात बजे से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए शुरू कर दिया गया है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यात्रा शुरू होने के दो महीने पहले से एडवांस बुकिंग शुरू कर दी गई है. बता दें कि चार धाम यात्रा अप्रैल के महीने में शुरू हो रही है.
जिसके तहत 25 अप्रैल और 27 अप्रैल को केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे. श्रद्धालु आज से ही अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. पिछली बार चार धाम यात्रा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस बार भी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने पर फैसला हो सकता है.
देखिए कैसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन?
बता दें कि पर्यटन विभाग ने इस बार रजिस्ट्रेशन को लेकर चार विकल्प दिए हैं. इस बार चार धाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर्यटन विभाग की वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/, व्हाट्सएप नंबर 8394833833, टोल फ्री नंबर 1364 या मोबाइल एप टूरिस्ट केयर उत्तराखंड (Tourist Care Uttarakhand) के जरिए किया जा सकता है.
आज 21 फरवरी सुबह 7 बजे से वेबसाइट, टोल फ्री नंबर, व्हाट्सएप नंबर और मोबाइल एप पर रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है. फिर श्रद्धालु अपनी सुविधा के अनुसार, वेबसाइट, व्हाट्सएप नंबर, टोल फ्री नंबर या मोबाइल एप पर पंजीकरण करा सकते हैं.
चार धाम यात्रा को लेकर आज लिए जाएंगे अहम फैसले-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक होगी और इसमें कई अहम फैसले लिये जायेंगे. बैठक में चार धाम यात्रा की व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई फैसले लिए जाने की संभावना है. पिछले साल चार धाम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस बार भी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने पर फैसला हो सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बद्रीनाथ के लिए करीब 18 हजार, केदारनाथ धाम के लिए 15 हजार, गंगोत्री के लिए नौ हजार और यमुनोत्री के लिए छह हजार प्रतिदिन की सवारियां तय करने पर फैसला हो सकता है. साथ ही चारधाम यात्रा मार्ग पर भोजन और स्वास्थ्य सुविधाएं, केदारनाथ और बदरीनाथ धामों में श्रद्धालुओं के आवास, बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों में वीआईपी दर्शन के लिए शुल्क तय करना, बसों का संचालन, घोड़ों और खच्चरों की स्वास्थ्य जांच, पैदल मार्गों पर हॉट स्पॉट, पानी की व्यवस्था, शेड, सड़कों की मरम्मत समेत कई पहलुओं पर फैसला लिया जाएगा.