बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाकुंभ में रील संस्कृति के हावी होने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने बिना नाम लिए आईआईटी बाबा अभय सिंह, भूरी आंखों वाली मोनालिसा और हर्षा रिछारिया पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ अपने उद्देश्य से भटक रहा है।
धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा, 'महाकुंभ आस्था का कुंभ है।' यह संस्कृति का कुंभ है, संस्कृति को बढ़ावा देने का कुंभ है। कोई भी इस मामले को वायरल नहीं करना चाहता। महाकुंभ अपने मूल उद्देश्य से भटक रहा है। यह वास्तविक होना चाहिए, रील नहीं।
बागेश्वर बाबा ने हर्षा का नाम लिए बगैर कहा कि वह लड़की के खिलाफ हैं, किसी के खिलाफ हैं या उसके पक्ष में हैं। एक बार आप इसका महिमामंडन कर दें, तो यह हो गया। इसके आगे कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए।
बाबा बागेश्वर ने कहा, 'इस बात पर चर्चा होनी चाहिए कि देश हिंदू राष्ट्र कैसे बनेगा।' हिंदू धर्म छोड़ चुके मुस्लिम और ईसाई भाइयों को सनातन धर्म में वापस कैसे लाया जा सकता है? इस पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वह कुंभ भी जा रहे हैं। बाबा ने आगे कहा हमने एक संकल्प लिया है। हम एक कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, “हिंदू जागो, भारत बचाओ।”
दरअसल, आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई कर साधु बने हरियाणा निवासी अभय सिंह का प्रयागराज महाकुंभ से वीडियो वायरल हो रहा है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के महेश्वर की रहने वाली मोनालिसा नाम की एक लड़की जो माला बेचती है, अपनी खूबसूरत आंखों की वजह से वायरल हो रही है। वहीं, साध्वी के वेश में नजर आईं प्रभावशाली और यूट्यूबर मॉडल हर्षा रिछारिया को लेकर भी बवाल मच गया हैं।