स्टोरी हाइलाइट्स
आध्यात्मिक गुरु ओशो एक ऐसे गुरु थे जिनके अनुयायि (Followers) पूरी दुनिया में फैले हुए हैं. अपने खुले विचारों की वजह से जहाँ उन्हें लाखों शिष्य मिलें वहीँ कई मंचों पर उनकी निंदा भी हुई, उनकी मृत्यु के बाद भी उनका साहित्य लोगों तक उनके सन्देश पहुंचा रहा है और लोगों का मार्गदर्शन कर रहा है
आध्यात्मिक गुरु ओशो एक ऐसे गुरु थे जिनके अनुयायि (Followers) पूरी दुनिया में फैले हुए हैं. अपने खुले विचारों की वजह से जहाँ उन्हें लाखों शिष्य मिलें वहीँ कई मंचों पर उनकी निंदा भी हुई, उनकी मृत्यु के बाद भी उनका साहित्य लोगों तक उनके सन्देश पहुंचा रहा है और लोगों का मार्गदर्शन कर रहा है.
आइये जानते है ओशो के कुछ प्रेरणादायक विचार
-केवल वो लोग जो कुछ भी नहीं बनने के लिए तैयार हैं प्रेम कर सकते हैं.
-अगर आप सही में सच देखना चाहते हैं तो आप ना सहमती और ना असहमति में राय रखिये।
-अगर तुम फूल से प्यार करते हो तो उसे मत तोड़ो, अगर तोड़ोगे तो वह मर जाएगा फिर तुम उसे प्यार नही कर सकते, अगर प्यार करते हो तो फूल को लगा रहने दो, प्यार कब्जा करने का नाम नहीं है प्यार सराहना करने का नाम है
-जब तक आदमी सृजन की कला नहीं जानता तब तक अस्तित्व का अंश नहीं बनता।
-यहाँ कोई भी आपका सपना पूरा करने के लिए नहीं है. हर कोई अपनी तकदीर और अपनी हक़ीकत बनाने में लगा है
-कोई चुनाव मत करिए. जीवन को ऐसे अपनाइए जैसे वो अपनी समग्रता में है
-दुख गहराई देता है, सुख ऊंचाई देता है। दुख जड़ देता है, सुख शाखाएँ देती हैं, सुख पेड़ की तरह आसमान की तरफ ले जाता है, दुख जड़ की तरह ज़मीन की और ले जाता है. जिन्दगी में दोनों ज़रूरी हैं जितना ऊंचा पेड़ होगा उतनी नीचे जड़े होंगी
-इस संसार में मित्रता शुद्धतम् प्रेम है, मित्रता प्रेम का सर्वोच्च रूप है जहां कुछ भी मांगा नहीं जाता, कोई शर्त नहीं होती, जहां बस दिया जाता है।
-दोस्ती पवित्र प्यार है. यह प्रेम का उच्चतम रूप है जहां न कोई सवाल होता है और न कोई शर्त, जहां सभी को केवल आनंद मिलता है
-जिन्दगी में आप जो करना चाहते है, वो जरूर कीजिये, ये मत सोचिये कि लोग क्या कहेंगे। क्योंकि लोग तो तब भी कुछ कहते है, जब आप कुछ नहीं करते।
-अपने आप को अवश्य खोजें, अन्यथा आपको अन्य लोगों की राय पर निर्भर होना होगा जो खुद को भी नहीं जानते।
-मूर्ख दूसरों पर हँसते हैं. बुद्धिमत्ता खुद पर.
-प्यार की सर्वश्रेष्ट सीमा आज़ादी है, पूरी आज़ादी। किसी भी रिश्ते के खत्म होने का मुख्य कारण आज़ादी का न होना ही है।
-मेरे ज्ञान ने मुझे सभी चीजो से मुक्ति दिलवाई जिसमे स्वयम ज्ञान भी शामिल है
-अपनी विशिष्टता का सम्मान करें,, अपनी तुलना दुसरो से न करें. खुद से संतुष्ट रहे
-सवाल ये नहीं है कि कितना सीखा जा सकता है…इसके उलट , सवाल ये है कि कितना भुलाया जा सकता है
-अज्ञानी बने रहना अच्छा है, कम से कम अज्ञान तो इसमें आपका होता है। ये प्रामाणिक है, यही सच, वास्तविकता और इमानदारी है।
-सारी शिक्षा व्यर्थ है, सारे उपदेश व्यर्थ है, अगर वे तुम्हें अपने भीतर डूबने की कला नहीं सीखाते।
-जिस दिन आप ने सोच लिया कि आपने ज्ञान पा लिया है, आपकी मृत्यु हो जाती है- क्योंकि अब ना कोई आश्चर्य होगा, ना कोई आनंद और ना कोई अचरज. अब आप एक मृत जीवन जियेंगे.
-जब मैं कहता हूँ कि आप देवी-देवता हैं तो मेरा मतलब होता है कि आप में अनंत संभावनाएं है , आपकी क्षमताएं अनंत हैं.
-संसार सुन्दर है क्योंकि इसे ईश्वर ने बनाया है। जो संसार को गंदा कहता है, वह ईश्वर का तिरस्कार कर रहा है।
-जो विचार के गर्भाधान के विज्ञान को समझ लेता है वह उससे मुक्त होने का मार्ग सहज ही पा जाता है
-प्रसन्नता सद्भाव की छाया है; वो सद्भाव का पीछा करती है. प्रसन्न रहने का कोई और तरीका नहीं है.
-कोई आदमी चाहे लाखों चीजें जान ले। चाहे वह पूरे जगत को जान ले। लेकिन अगर वह स्वयं को नहीं जानता है तो वह अज्ञानी है।
-आकाश में एक अकेले ऊँचे शिखर की तरह रहो. तुम्हे किसी का हो! चीजें किसी की होती हैं!
-जब आप हंस रहे होते हैं, तो ईश्वर की ईबादत कर रहे होते हैं। और जब आप किसी को हँसा रहे होते हैं, तो ईश्वर आपके लिए ईबादत कर रहा होता है।
-बुद्धि कभी भी एक सीमा में रहने से नही बढती, बुद्धि तो प्रयोगों से बढती है। बुद्धि हमेशा चुनौतियों को अपनाने से ही बढती है।
-जिस समय आपको आपके प्यार और आपके सच में से किसी एक को चुनना पड़ता है तब आपका सच ही आपके लिए निर्णायक साबित हो सकता है।
-ये मायने नहीं रखता है कि आप गुलाब हैं या कमला हैं या मैरीगोल्ड हैं. मायने ये रखता है कि आप कुसुमित हो रहे हैं.
-अपने जीवन को संगीतपूर्ण बनाओ, ताकि काव्य का जन्म हो सके। और फिर सौदर्य ही सौंदर्य है, और सौदर्य ही परमात्मा का स्वरूप है।