राजस्थान का फलोदी गांव सटोरियों के गांव के रूप में देश-विदेश में मशहूर है। चाहे आज यहां बारिश हो, क्रिकेट, आईपीएल, चुनाव परिणाम जैसे सभी तरह के दांव यहां लगाए जाते हैं और इसमें गांव का लगभग हर नागरिक हिस्सा लेता है।
अब फलोदी एक और रिकॉर्ड के लिए देश में आ रहा है। यह देश के सबसे गर्म गांव के रूप में जाना जाता है और मार्च की शुरुआत के बाद से तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। सुबह से ही धूप तेज हो रही है और मई-जून में पारा 51 डिग्री तक पहुंचने लगता है।
जोधपुर जिले का यह छोटा सा गांव 2016 में अचानक सुर्खियों में आ गया। यहां का तापमान 51 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। प्रसिद्ध थार मरुस्थल से सटा यह गांव गर्मियों में बेहद गर्म और सर्दियों में बहुत ठंडा रहता है। थार मरुस्थल का अस्सी प्रतिशत हिस्सा भारत में और 20 प्रतिशत पाकिस्तान में है। फलोदी के आसपास बीकानेर, जैसलमेर, नागौर जैसे बड़े शहर हैं।
फलोदी एक प्राचीन गांव है। कहा जाता है कि कल्याण रावजी मंदिर का निर्माण 1230 ईस्वी में हुआ था और 14वीं शताब्दी में यहां कई इमारतों, दुकानों और कुओं का निर्माण किया गया था। जैन तीर्थ पारसनाथ मंदिर 1847 में बनाया गया था और उस समय बेल्जियम के कांच का इस्तेमाल किया गया था।
आज यह गांव औद्योगिक विकास का केंद्र है और इस क्षेत्र से देश को नमक की बड़ी आपूर्ति की जाती है। यहां का प्लास्टर ऑफ पेरिस बहुत प्रसिद्ध है लेकिन सारस जैसे लाखों प्रवासी पक्षी इस गांव में हर साल आते हैं।
अगस्त से मार्च तक यहां 20,000 से अधिक पक्षी आते हैं। उनका यह भी कहना है कि आईपीएल और चुनावी सीजन के दौरान देश में सट्टेबाजी पर लगी रोक के बावजूद यहां 2.5 से 3 करोड़ रुपये के दांव की जरूरत होती है।