फीजेंट आइलैंड: स्पेन-फ्रांस की अनोखी सीमा, जानिये क्यों है ख़ास


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स्टोरी हाइलाइट्स

सिर्फ 200 मीटर लंबा और 40 मीटर चौड़ा लेकिन इसका इतिहास उसके विशेष स्वरूप के कारण है..!!

फीजेंट आइलैंड, जो स्पेन और फ्रांस की सीमा पर स्थित है, एक अनोखा स्थान है जो हर साल दोनों देशों के बीच राजनीतिक साझेदारी का प्रतीक है। यह आइलैंड सिर्फ 200 मीटर लंबा और 40 मीटर चौड़ा है, लेकिन इसका इतिहास उसके विशेष स्वरूप के कारण है।

आइलैंड की स्थिति:

फीजेंट आइलैंड उत्तरी स्पेनिश प्य्रेनीज के करीब है और यह नोगुआ नदी पर स्थित है, जो स्पेन और फ्रांस के बीच बहती है। यहां सीमा पर दोनों देशों की सेनाएं तैनात रहती हैं, लेकिन इस छोटे से आइलैंड पर कोई मानव निवास नहीं करता है।

आइलैंड का इतिहास:

1659 में हुई पाइनीस संधि ने इस आइलैंड को अद्वितीय बना दिया। इस संधि के अनुसार, हर साल 1 फरवरी से 31 जुलाई तक यहां स्पेन का शासन होता है, और फिर 1 अगस्त से 31 जनवरी तक यहां फ्रांस के कानून लागू होते हैं। इस प्रणाली के द्वारा, स्पेन और फ्रांस ने आपसी समझ और साझेदारी का एक अनोखा तंत्र स्थापित किया है।

साझेदारी की वजह:

इस संदर्भ में, 1659 की पाइनीस संधि में हुई साझेदारी का कारण है जब फ्रांस के राजा किंग लुईस-14 ने स्पेन के राजा किंग फिलिप-4 की बेटी से विवाह किया था। इस साझेदारी ने उन्हें हर साल यहां शासन करने का अधिकार प्रदान किया, जिससे दोनों देश आइलैंड पर अपना राजशाही प्रतिष्ठान बनाए रखते हैं।

यह अनोखा आइलैंड दो देशों के बीच एक अद्वितीय संबंध का प्रतीक है, जिसने इस छोटे से स्थान को दो बड़े और महत्वपूर्ण राष्ट्रों के बीच एक अनूठे तालमेल का केंद्र बना दिया है।