दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NCP प्रमुख शरद पवार के प्रति सम्मान दिखाया, जिससे हर कोई प्रभावित हुआ। इस दौरान मोदी ने पवार को कुर्सी पर बैठाया और पानी पिलाया। दोनों नेताओं ने मराठी संस्कृति और आरएसएस पर अपने विचार साझा किए।
दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार के प्रति विशेष सम्मान दिखाया। वहां उपस्थित सभी लोग इससे बहुत प्रभावित हुए। उनके हाव-भाव, बोलचाल और एक-दूसरे के प्रति दोस्ताना व्यवहार चर्चा का विषय बन गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने शरद पवार को सहज महसूस कराने की पूरी कोशिश की। प्रधानमंत्री ने आरएसएस के बारे में बात की और पवार ने राम मंदिर का उल्लेख किया, जिसने लोगों का ध्यान खींचा।
पीएम मोदी 98वें अखिल भारतीय मराठी सम्मेलन का उद्घाटन करने पहुंचे। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, शरद पवार और अन्य बड़े नेता भी मौजूद थे।इस कार्यक्रम का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में पीएम मोदी 84 वर्षीय पवार को कुर्सी पर बैठाते नजर आ रहे हैं। पीएम मोदी ने न केवल पंवार को आराम से बैठने में मदद की, बल्कि उन्हें एक गिलास पानी भी दिया। यह देखकर दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया।
लोग प्रधानमंत्री मोदी का पवार के प्रति सम्मान देखकर आश्चर्यचकित और खुश थे। राजनीति में अक्सर मतभेद होते हैं, लेकिन ऐसे अवसर दिखाते हैं कि नेताओं के बीच व्यक्तिगत सम्मान कायम रह सकता है। यह घटना राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोगों का कहना है कि इससे राजनीति में सकारात्मक संदेश जाएगा। भले ही विचारधाराएं अलग-अलग हों, लेकिन एक-दूसरे के प्रति सम्मान बनाए रखना महत्वपूर्ण है। यह एकता और सद्भावना का प्रतीक है। उम्मीद है कि आने वाले समय में हमें ऐसे और उदाहरण देखने को मिलेंगे।
लंबे समय के बाद मोदीजी ने किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में आरएसएस के बारे में बात की। मोदीजी ने कहा, 'यह गर्व की बात है कि 100 साल पहले, एक मराठी भाषी व्यक्ति ने महाराष्ट्र की महान भूमि पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नींव रखी थी।' आज हम इसकी शताब्दी मना रहे हैं। यह संगठन एक वट वृक्ष की तरह विकसित और पुष्पित हुआ है। आरएसएस के कारण ही वह मराठी भाषा और मराठी परंपराओं से जुड़े।
शरद पवार ने भी बैठक को संबोधित किया। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का उल्लेख किया। पवार ने कहा कि जी.डी. माडगुलकर द्वारा लिखित और सुधीर फड़के द्वारा गाया गया रामायण गीत बहुत लोकप्रिय हो गया है। यद्यपि दोनों नेताओं की राजनीतिक विचारधाराएं भिन्न थीं, फिर भी उनके बीच गहरी मित्रता स्पष्ट रूप से दिखाई देती थी।