PM मोदी का उत्तराखंड दौरा, मुखबार में मां गंगा की पूजा-अर्चना, बारहमासी पर्यटन पर दिया जोर


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स्टोरी हाइलाइट्स

मां गंगा की शीतकालीन पूजा मुखबा में की जाती है, जिसे मां गंगा का मायका माना जाता है, ग्रीष्म ऋतु में गंगोत्री मंदिर में मां गंगा की पूजा की जाती है..!!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 6 मार्च को उत्तरकाशी जिले में स्थित देवी गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा में पूजा-अर्चना की और देशवासियों की खुशहाली और समृद्धि की प्रार्थना की। मां गंगा की शीतकालीन पूजा मुखबा में की जाती है, जिसे मां गंगा का जन्म स्थान माना जाता है। ग्रीष्म ऋतु में गंगोत्री मंदिर में मां गंगा की पूजा की जाती है। सर्दियों के दौरान जब पट बंद हो जाते हैं, तो उनकी मूर्ति को मुखबा में लाया जाता है। मुखबा गंगोत्री मंदिर के रास्ते में स्थित है।

मुखबा में पूजा-अर्चना के बाद प्रधानमंत्री मोदी हरसिल में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान उन्होंने ट्रैक और बाइक रैली को भी हरी झंडी दी। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार मुखबा मंदिर का दौरा किया। माना जा रहा है कि उनकी यात्रा से शीतकालीन चारधाम यात्रा और पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा।

हाल ही में उत्तराखंड सरकार ने सर्दियों में चारधाम यात्रा और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था, होमस्टे और क्षेत्र में अन्य प्रकार के रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री की यात्रा से एक दिन पहले उनकी अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए 6,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की दो प्रमुख रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दी थी।

पीएम मोदी ने कहा कि वर्तमान में मार्च, अप्रैल और जून में बड़ी संख्या में पर्यटक पहाड़ों पर आते हैं। लेकिन उसके बाद उनकी संख्या कम हो जाती है। उन्होंने कहा, “सर्दियों में होमस्टे और होटल खाली रहते हैं। इस असंतुलन के कारण उत्तराखंड में साल के अधिकांश समय आर्थिक मंदी रहती है।”

पीएम मोदी ने कहा कि यदि देश-विदेश से लोग सर्दियों में राज्य में आएंगे तो उन्हें उत्तराखंड का वास्तविक अनुभव होगा और ट्रैकिंग तथा स्कीइंग उन्हें रोमांचित करेगी। उन्होंने कहा कि शीतकाल धार्मिक यात्राओं के लिए भी विशेष होता है। उन्होंने परिचय में मां गंगा की पूजा का जिक्र करते हुए कहा कि शीतकाल में यहां विशेष धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।

पीएम ने कहा कि विवाह, बैठकों, फिल्म शूटिंग, धूप सेंकने और वन्य जीवन देखने के लिए उत्तराखंड से बेहतर कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें 360 डिग्री दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना होगा।