सुकमाल पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक बड़ा नक्सल विरोधी अभियान चलाया है, जिसमें कुल 19 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं। यह गिरफ्तारी जगरगुंडा इलाके से की गई, जो नक्सली गतिविधियों के लिए जाना जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार 19 नक्सलियों में से 14 को जगरगुंडा इलाके से गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई नक्सलियों के खिलाफ चल रहे सर्च ऑपरेशन का हिस्सा है, जिसमें पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। पकड़े गए इन तीन नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। ये तीनों नक्सली विभिन्न घटनाओं में शामिल थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान तब शुरू हुआ जब पुलिस को सूचना मिली कि इलाके में कई नक्सली गतिविधियां चल रही हैं। इसके बाद पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने अभियान चलाकर विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की।
गिरफ्तार नक्सलियों से पुलिस को कई अहम जानकारी मिलने की संभावना है। पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार नक्सलियों से यह पता चल सकेगा कि वे और किन-किन गतिविधियों में शामिल थे और उनके संपर्क कौन-कौन थे।
बीते रविवार को सुकमा जिले में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान भी पुलिस को बड़ी सफलता मिली। मुखबिर से सूचना मिलने पर जिला बल, डीआरजी और केरला थाने से बस्तर फाइटर्स की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। टीम ने घेराबंदी कर दो संदिग्ध नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान कवासी हिड़मा (मिलिशिया सदस्य और रेंज कमेटी के अध्यक्ष, उम्र 21 वर्ष) और वंजाम देवा (मिलिशिया सदस्य और रेंज कमेटी के उपाध्यक्ष, उम्र 30 वर्ष) के रूप में की गई। दोनों आरोपी ग्राम बगदेगुड़ा, थाना केरलापाल के निवासी हैं और नक्सली संगठन में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत थे।
तलाशी के दौरान उसके पास से एक टिफिन बम (वजन 3 किलो), तीन बैटरी, दो डेटोनेटर और बिजली के तारों का एक बंडल बरामद किया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए सड़क पर विस्फोटक लगाने की योजना बना रहे थे।