हॉकफोर्स में जाने से कतरा रहे हैं पुलिसकर्मी, डीजीपी ने की चिन्ता


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स्टोरी हाइलाइट्स

डीजीपी कैलाश मकवाना ने चिन्ता जाहिर की है और इस संबंध में सभी पुलिस ईकाईयों को पत्र लिखकर हॉक फोर्स में जाने के लिये पुलिसकर्मियों को प्रेरित करने का आग्रह किया है..!!

भोपाल: नक्सल विरोध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिये गठित हॉक फोर्स में अन्य पुलिस ईकाईयों से पुलिसकर्मी जाने से कतरा रहे हैं जिस पर डीजीपी कैलाश मकवाना ने चिन्ता जाहिर की है और इस संबंध में सभी पुलिस ईकाईयों को पत्र लिखकर हॉक फोर्स में जाने के लिये पुलिसकर्मियों को प्रेरित करने का आग्रह किया है।

पत्र में डीजीपी ने कहा है कि नक्सल समस्या को एक समय सीमा में समाप्त करना शासन की प्राथमिकता है। मप्र में नक्सल प्रभावित जिलों से नक्सल समस्या के उन्मूलन हेतु विशिष्ट कार्यबल हॉकफोर्स का गठन किया गया है, जो स्ट्राइक फोर्स है। वर्तमान में हॉकफोर्स में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थापना हेतु विभिन्न इकाईयों द्वारा पर्याप्त संख्या में अधिकारी/कर्मचारी उपलब्ध नहीं कराये जा रहे हैं। निकट भविष्य में लगभग 400 पदों की पूर्ति की जाना है, जिसमें आरक्षक स्तर के सर्वाधिक पद हैं। 

इसलिये निर्देशित किया जाता है कि पुलिस इकाईयों से हॉकफोर्स में प्रतिनियुक्ति हेतु इच्छुक पुलिस कर्मियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत आवेदनों को सेनानी हॉकफोर्स बालाघाट की ओर अधिक से अधिक संख्या में भेजा जाये। हॉकफोर्स में प्रतिनियुक्ति होने पर विशेष भत्ते तथा नक्सल विरोधी अभियानों में सफलता मिलने पर पदक एवं क्रमपूर्व पदोन्नतियां भी दी जाती हैं। अधीनस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों को हॉकफोर्स में प्रतिनियुक्ति पर जाने हेतु प्रेरित किया जाये।