मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार में पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान को लेकर प्रदेश में राजनीति गरमा गई है। प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल का गुस्सा शिवपुरी में अचानक भड़क गया। वह कार्यक्रम छोड़कर चले गए।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवपुरी जिले के देवपुरा में जल गंगा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस बीच, कार्यक्रम में अव्यवस्था देख प्रहलाद पटेल नाराज हो गए। इसके बाद वह कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर चले गए।
जनता पंडाल में मंत्री प्रहलाद पटेल का इंतजार कर रही थी। इससे पहले प्रहलाद पटेल ने माता मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। इसके बाद जल गंगा स्वच्छता अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों का ब्यौरा लिया।
अधिकारियों से उचित जवाब न मिलने पर मंत्री प्रहलाद पटेल नाराज हो गए। अधिकारियों के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि साले तुम सब नौटंकी ही करते हो।"
इसका घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। एक यूजर ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, कि भिखारी से "साले" तक आने में डेढ़ साल भी नहीं लगा। अभी साढ़े तीन साल बाकी हैं गति से लग रहा है…बात "मां_बहन" तक पहुंच जायेगी......पांच साल होते होते..
वहीं मीडिया ने मंत्री से बात कर उनके गुस्से का कारण जानने की कोशिश की लेकिन वह बिना बात किए ही चले गए। मंत्री की नाराजगी के चलते जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन भी मीडिया से दूर नजर आए। घंटों इंतजार करने वाले लोग निराश होकर कार्यक्रम छोड़कर चले गए। महिलाओं ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की।
कार्यक्रम में शामिल एक आदिवासी महिला ने कहा, "सहारियाओं के प्रति कोई सम्मान नहीं है। उन्हें कार्यक्रम में बुलाया जाता है और फिर उन पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता।" महिलाओं ने कहा, "हम मंत्री जी से बात करना चाहते हैं और उन्हें बताना चाहते हैं कि हमारे गांव में पानी की कोई सुविधा नहीं है। हमें पीने का पानी दूसरे गांवों से लाना पड़ता है। हमारे गांव में पंचायत की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है, लेकिन मंत्री जी हमसे मिले बिना ही लौट गए। हम मंत्री जी को बताना चाहते हैं कि हम 5 साल से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन हमारी कोई नहीं सुन रहा है। हम सुबह से यहां बैठे हैं।"
मंत्री जी के इस तरह अचानक चले जाने पर विधायक और अधिकारी मामले से बचते नजर आए। पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह ने कहा, "मंत्री जी को कोई जरूरी फोन आया था, शायद इसीलिए वे गए थे।
इससे पहले भी मंत्री के सुठालिया दिए विवादित बयान पर बवाल मच चुका है। उन्होंने कहा था कि अब तो लोगों को सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई है। नेता मंच पर आते हैं तो लोग माला पहनाएंगे और पत्र पकड़ा देंगे, जिसमें कोई न कोई मांग होगी। यह आदत अच्छी नहीं।