गर्भावस्था में फिटनेस का रखें खास ध्यान, बरतें ये सावधानियां,


Image Credit : twitter

स्टोरी हाइलाइट्स

सिगरेट में मौजूद तंबाकू शरीर के हर अंदरूनी अंग पर बुरा असर डालता है. धूम्रपान की वजह से फैलोपियन ट्यूब और सर्विस की स्थिति में बदलाव आ जाता है जो कि गर्भपात की आशंका को बढ़ा देता है..!

अल्कोहल या सिगरेट

शिशु का दुनिया में आना एक बहुत ही सहज प्राकृतिक चक्र है, लेकिन इस पूरी प्रक्रिया के लिए कई सारे कारकों का एक साथ काम करना बहुत जरूरी है, जिसमें मां बनने की इच्छा रखने वाली महिला का मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य भी शामिल है। जानिए क्या हैं वे जरूरी बातें जो रखनी चाहिए ध्यान, यदि मां बनने की ओर बढ़ा रही हैं आप कदम।

परिवार बढ़ाने से पहले जान लें ये बातें

वजन का असंतुलन

बहुत अधिक या कम वजन कई सारी समस्याओं को जन्म दे सकता है। अनियमित मासिक चक्र इनमें से एक है। मां बनने की दिशा में नियमित मासिक एक महत्वपूर्ण स्थिति होती है। इसका अनियमित होना बच्चे के जन्म में बाधा बन सकता है। कई बार वजन में बार बार होने वाले बदलाव हार्मोन्स में भी असंतुलन पैदा कर देते हैं और यह स्थिति इनफर्टिलिटी की ओर भी ले जा सकती है। वहीं मोटापे के कारण गर्भपात, जेस्टेशनल डायबिटीज तथा प्रीक्लेम्पसिया जैसी स्थितियों की आशंका बढ़ सकती है।

ज्यादा एक्सरसाइज

शारीरिक रूप से गतिशील, क्रियाशील रहना आवश्यक है लेकिन इसकी अधिकता नुकसानदायक हो सकती है। खासकर अगर आप मां बनने के बारे में सोच रही है तो जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज शरीर में हार्मोनल बदलाव ला सकती हैं, जिससे अंडाशय को अडाणु बनाने और उन्हें पिलीज करने में समस्या आ सकती है।

विटामिन का सही डोज

अधिकतर भारतीय महिलाओं में पोषण को लेकर बहुत ज्यादा जागरूकता नहीं होती। जानकारी हो तो भी वे अक्सर अपने स्वास्थ्य से समझौता कर लेती हैं। यह स्थिति बड़े पैमाने पर भारत महिलाओं के साथ है।। इसी वजह से गर्भावस्था बच्चे के जन्म के दौरान या उसके बाद मुश्किल खड़ी  हो सकती है। यही कारण है कि डॉक्टर गर्भावस्था की शुरुआत से ही फॉलिक एसिड जैसे सप्लीमेंट्स प्रिस्क्राइब करते हैं। इससे बच्चे में जन्मजात विकार ने की आशंका को कम से कम करने में मदद मिलती है। लेकिन इसके बिलकुल उलट अपनी मर्जी से बेवजह मल्टीविटामिन भी न लें। इससे भी बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।

सिगरेट में मौजूद तंबाकू शरीर के हर अंदरूनी अंग पर बुरा असर डालता है। धूम्रपान की वजह से फैलोपियन ट्यूब और सर्विस की स्थिति में बदलाव आ जाता है जो कि गर्भपात की आशंका को बढ़ा देता है।

धूम्रपान की वजह से अंडाशय को क्षति पहुंचती है जिसकी वजह से वह कम मात्रा में अंडों का निर्माण कर पाती है। यह मामला केवल महिलाओं के धूम्रपान करने से ही नहीं जुड़ा है। पति या पार्टनर के धूम्रपान करने से भी महिला के गर्भवती होने की स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है। ठीक यही स्थिति अल्कोहल के सेवन से भी बनती है। 

यह भी गर्भावस्था के लिए  हो सकता है खतरनाक

कॉफी, चाय और ड्रिंक्स

शायद आपको यह बात अब तक ज्यादा महत्वपूर्ण न लगे, लेकिन अगर आप मां बनने के बारे में सोच रही है तो इस ओर भी ध्यान दें। अपनी कॉफी, चाय या एनर्जी ड्रिंक्स की मात्रा को कम कीजिए। इनमें मौजूद कैफीन केवल आपके मां बनने की राह में समस्या खड़ी कर सकता है।

दवाओं के बारे में फिर जानकारी लें

यदि पहले से आप कोई खास दवा ले रही है तो उसके डोज और क्या गर्भावस्था पर उसका कोई असर पड़ेगा, इस बारे में डॉक्टर से पूरी जानकारी ले कोई भी दवाई आपके शिशु तक भी असर पहुँचाएगा इस बात को हमेशा ध्यान रखें। इन सबके अलावा एक और जो बात महत्वपूर्ण है वह है दिमागी रूप से स्वस्थ रहने की स्ट्रेस, तनाव आदि जैसी चीजों से जितना दूर रहेगी उतना ही भविष्य के लिहाज से आपके लिए लाभदायक होगा।