भोपाल: राज्य का वन विभाग सीएम मोहन यादव की घोषणा अनुसार जंगलों में वन्यप्राणी के हमले में मरने वाले व्यक्तियों को 8 लाख रुपये के स्थान पर 25 लाख रुपये हर्जाना देने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है तथा यह हर्जाना तीन हिस्सों में दिया जायेगा। वन्यप्राणी के हमले पर व्यक्ति की मृत्यु पर उसके परिजनों को तुरन्त 10 लाख रुपये दे दिये जायेंगे तथा शेष 15 लाख रुपयों की बैंक में एफडी की जायेगी जिसमें 10 लाख रुपये की एफडी पांच साल बाद और शेष पांच लाख रुपये की एफडी दस साल बाद तोड़ी जायेगी और मृतक के वारिसों को ब्याज सहित भुगतान की जायेगी।
वर्तमान में वन विभाग के पास एक साल में जनहानि के करीब 40 मामले आते हैं जिनमें मुआवजा देने के लिये करीब 3 करोड़ रुपयों का बजट रखा जाता है। अब 25 लाख रुपये हर्जाना करने पर बजट करीब दस करोड़ रुपये रखने का प्रस्ताव है। उल्लेखनीय है कि देश के महाराष्ट्र राज्य में भी जनहानि पर 25 लाख रुपये दिये जाते हैं परन्तु उक्त तीन हिस्सों में ही दिये जाते हैं तथा यही पैटर्न मप्र का वन विभाग अपनाने जा रहा है। मामला शीघ्र कैबिनेट में प्रस्तुत करने की तैयारी है।