केजरीवाल के ऐलान पर उठे सवाल, जीत के बाद दिल्ली में महिलाओं को ₹1000 प्रति माह, कहां से आएगा पैसा?


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स्टोरी हाइलाइट्स

चुनाव के पहले सभी दलों की ये कोशिश रहती है, कि जनता को कैसे अपने लिए वोट करने के लिए लुभाया जाता है। बस फिर क्या इसी के साथ शुरु हो जाती है, वादों और दावों की लंबी फेहरिस्त..!!

दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, आप समेत सभी दल चुनावों में जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। हालांकि अभी तक दिल्ली चुनाव के लिए कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सभी राजनीतिक दलों ने अपनी अपनी जीत की तैयारी शुरु कर दी है। चुनाव के पहले सभी दलों की ये कोशिश रहती है, कि जनता को कैसे अपने लिए वोट करने के लिए लुभाया जाता है। बस फिर क्या इसी के साथ शुरु हो जाती है, वादों और दावों की लंबी फेहरिस्त।

कभी मुफ्त की रेवड़ी बंटे जाने का विरोध करने वाले केजरीवाल भी अब उसी रास्ते पर जीत की तलाश में चल पड़े हैं। मध्य प्रदेश की लाड़ली बहना योजना, महाराष्ट्र की लाड़की बहन योजना, झारखंड की मइया योजना ने पार्टियों की जीत की गारंटी में अहम भूमिका अदा की।

केजरीवाल पर भी इन राज्यों में गेमचेंजर साबित होने वाले जीत के इस फॉर्मूले पर ही चलते हुए महिला वोटरों को अपनी ओर करने की कोशिश करते दिख रहे हैं। दिल्ली में पहले से ही लोगों को मुफ़्त बिजली, मुफ़्त पानी, बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा, मुफ्त विश्वस्तरीय शिक्षा, मुफ्त दवा और इलाज जैसी सुविधाएं तो दी ही जा रही हैं।

अब जीत का सेहरा अपने सर बांधने वाली सरकारों से प्रभावित होकर केजरीवाल ने केजरीवाल ने दिल्ली की महिलाओं यानि M को हर महीने 2100 रुपए देने की घोषणा कर दी है। केजरीवाल की महिला सम्मान योजना के तहत 18 वर्ष से ऊपर की हर महिला के खाते में हर महीने 1000 रुपए ट्रांसफर किए जाने की घोषणा की है।

योजना के लिए रजिस्ट्रेशन भी शुक्रवार से शुरु हो गए हैं और दोबारा सरकार में आने के बाद इस राशि को 2100 तक किए जाने की भी घोषणा केजरीवाल ने कर दी है।

हालांकि वित्त विभाग ने AAP की महिला सम्मान योजना पर आपत्ति व्यक्त की है। दिल्ली में 67 लाख महिलाएं हैं। योजना का 38 लाख महिलाओं को लाभ मिलेगा और  4,560 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। अन्य सब्सिडी योजनाओं पर पहले से 11,000 करोड़ का खर्च है। इस योजना के बाद सब्सिडी वाली योजनाओं पर खर्च 15,000 करोड़ से ऊपर हो जाएगा। जो दिल्ली की वित्तीय स्थिति के लिए जोखिम भरा साबित होगा।

बीजेपी ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। बीजेपी का कहना है,कि केजरीवाल का वादा केवल सफेद झूठ साबित हुआ.. “चुनाव में हार सामने देखकर एक और नया झूठा वादा।'' बीजेपी का कहना है कि जनता समझ चुकी है कि केजरीवाल बार-बार झूठे वादे करते हैं, भरोसा सिर्फ मोदी की गारंटी पर है।

मालूम हो कि इसी साल बजट सत्र में दिल्ली की तत्कालीन वित्त मंत्री आतिशी ने महिलाओं के लिए एक नई योजना की घोषणा की थी। वहीं आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस योजना से जुड़ी सारी जानकारी दी। 

केजरीवाल ने कहा कि जेल से वापस आने के बाद मैं आतिशी के साथ इस योजना को लागू करने में लगा था और अब इसे लागू कर दिया गया है। उन्होंने कहा, 'यह कोई एहसान नहीं है। महिलाएं अपना परिवार चलाती हैं। बच्चों को संस्कार , उनका पालन-पोषण करती हैं और वे हमारा भविष्य हैं। अगर हम ऐसी स्थिति में महिलाओं की मदद कर सकें तो यह हमारा सौभाग्य है।

केजरीवाल ने कहा कि मैं हिसाब-किताब का जादूगर हूं और जानता हूं कि पैसा कहां बचाना है।  केजरीवाल ने कहा कि 10-15 दिन में चुनाव की घोषणा हो जाएगी। इस वजह से चुनाव से पहले पैसा नहीं भेजा जा सकेगा। लेकिन महिलाओं ने कहा कि महंगाई बढ़ गयी है और 1000 रुपये काफी नहीं है। इसलिए  मैं घोषणा कर रहा हूं कि  रजिस्ट्रेशन शुरू होगा और 2100 रुपये दिल्ली की हर महिला को दिए जाएंगे।