मशहूर कवि, गज़लकार और लेखक दिनेश मालवीय “अश्क” को इस साल का प्रतिष्ठित शब्द शिल्पी सम्मान
अपनी दार्शनिक लेखनी से समाज और जीवन के विभिन्न पक्षों क़ सशक्त रूप से व्यक्त करने वाले कवि, गज़लकार और लेखक दिनेश मालवीय “अश्क” को इस साल का प्रतिष्ठित शब्द शिल्पी सम्मान देने की घोषणा की गयी है| कला संस्कारों की सृजक आत्मजीवी अशासकीय सांस्कृतिक संस्था अभिनव कला परिषद भोपाल ने उन्हें ये सम्मान देने की घोषणा की है। संस्था 1963 से प्रदेश और देश के श्रेष्ठ रचनाकारों को शब्द शिल्पी अँंकार से विभूषित करती करती रही है।
नृत्य नाट्य संगीत और साहित्य की कलाओं को प्रोत्साहित करने वाली अभिनव कला परिषद द्वारा विगत 56 वर्षों अपने स्थापना दिवस पर प्रतिवर्ष " गुरु वंदना महोत्व " का आयोजन कर साहित्यकारों का उनकी दीर्घकालीन साहित्यिक सेवाओं प्रति लोक श्रद्धा की अभिव्यक्ति के रूप मे उनका सार्वजनिक अभिनंदन किया जाता है|
अभिनव कला परिषद 22 जनवरी 2021 को अपनी 58वीं सालगिरह के अवसर पर मानस भवन, भोपाल में आयोजित समारोह मे दिनेश मालवीय “अश्क” को वर्ष 2021 का 'शब्द शिल्पी' अलंकरण से विभूषित करने जा रही है। यह जानकारी संस्था के निदेशक पं. सुरेश तातेड़ और संयोजक डॉ. रामवल्लभ आचार्य ने दी।
6 जून 1956 को भोपाल में जन्मे दिनेश मालवीय "अश्क" किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं| एम्.ए. (हिंदी साहित्य) से करने के बाद वह जनसंपर्क विभाग मे शासकीय सेवा सज जुड़े| शासकीय सेवा में रहते हुए भी मालवीय जी का लेखन सतत जारी रहा| उनकी अध्यात्म में गहरी रुचि है| वह सिद्ध योग परंपरा से जुड़े हुए हैं|
श्री मालवीय की अब तक छह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं| वे हिंदी और अंग्रेजी की कई बेस्ट सेलिंग बुक्स का अनुवाद भी कर चुके हैं| उनकी पुस्तकें प्रकाशित- “मेरा मानस”, “हुड़कचुल्लू संवाद”, “कहीं न पहुँचा” “गणित के पार”, "अधूरी ग़ज़ल" और "दीवानों की बस्ती मे"।श्री मालवीय ने अब तक 25 से ज्यादा किताबों का अनुवाद किया है| इनमे से 4 का हिंदी से अंग्रेजी और शेष का अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद. सरदार भगत सिंह की जैल डायरी का अनुवाद भी उन्होंने किया है|
दिनेश जी वर्तमान में स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं। वह अपने ब्लॉग पेज pragyanirjhar और website newspuran.com में नियमित लेखन कर रहे है शासकीय सेवा में रहते हुए भी श्री दिनेश मालवीय ने मध्यप्रदेश शासन को अपनी लेखन प्रतिभा से लाभान्वित किया| मुख्यमंत्री एवं 20 से अधिक मंत्रियों के साथ उन्होंने जनसंपर्क अधिकारी के रूप में कार्य किया|
दिनेश मालवीय को भोपाल की सबसे पुरानी साहित्यिक संस्था “कला मंदिर” द्वारा “पवैया साहित्यत्य कृति सम्मान”, मध्यप्रदेश लेखक संघ द्वारा " वल्लभदास शाह अनुवाद पुरस्कार शीर्षक साहित्य परिषद द्वारा " श्रीकृष्ण सरल सम्मान" से विभूषित किया जा चुका है। केंद्रीय साहित्य अकादमी द्वारा “ओरल एपिक्स ऑफ़ कालाहांडी” पुस्तक के उत्तम अनुवाद के लिए भी उन्हें सम्मानित किया गया है।