22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। विभिन्न जिलों में कई आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को हिरासत में लिया गया है तथा उनके कुछ घरों को भी ध्वस्त कर दिया गया है। इसी हमले को लेकर RJD के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।
आपको बता दें, कि हमले के आरोपियों को पकड़ने के लिए अभियान तेज़ करते हुए सुरक्षा बलों ने हर इलाके में गहन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक इस पूरे मामले की जांच अब NIA को सौंप दी गई है।
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने सिंधु नदी के संबंध में भड़काऊ बयान देते हुए कहा, "सिंधु में या तो हमारा पानी बहेगा या उनका खून।" उनके बयान पर भारत में कड़ी प्रतिक्रिया हुई है। भारतीय नेताओं ने बिलावल के बयान को निराधार और भय पैदा करने वाला बताया।
आरजेडी सांसद मनोज झा ने बिलावल भुट्टो को करारा जवाब देते हुए कहा कि उन्हें अपने दादा जुल्फिकार अली भुट्टो के पुराने भाषण सुनने चाहिए। मनोज झा ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा गलत रास्ता चुना है, जबकि भारत ने लोकतंत्र और विकास के रास्ते पर चलकर अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने सलाह दी कि पाकिस्तान को इतिहास का अध्ययन करना चाहिए और अपनी गलतियों से सीखना चाहिए।
आपको बता दें, कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। सिंधु जल संधि को स्थगित करने के संबंध में शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल के साथ अहम बैठक हुई। इस बैठक में पाकिस्तान को जाने वाले पानी को रोकने के विकल्पों पर गंभीर चर्चा हुई, ताकि पाकिस्तान पर आर्थिक और सामरिक दबाव बनाया जा सके।