दूसरे टेण्डर में राबिन्सन हेलीकाप्टर के किराये में कमी आई


स्टोरी हाइलाइट्स

राज्य के वन विभाग द्वारा चीता रहवास स्थल पालपुर कूनो में प्रेबेस बढ़ाने के लिये आगर मालवा से सौ नीलगाय एवं 400 काले हिरण ट्रांसलोकेट करने के लिये विमाान विभाग से राबिन्सन हेलीकाप्टर किराये पर उपलब्ध कराने का आग्रह किया था, जिस पर विमान विभाग ने एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट जारी किये..!!

भोपाल: राज्य के विमानन विभाग द्वारा जारी दूसरे टेण्डर में राबिन्सन हेलीकाप्टर के किराये में कमी आई है। राज्य के वन विभाग द्वारा चीता रहवास स्थल पालपुर कूनो में प्रेबेस बढ़ाने के लिये आगर मालवा से सौ नीलगाय एवं 400 काले हिरण ट्रांसलोकेट करने के लिये विमाान विभाग से राबिन्सन हेलीकाप्टर किराये पर उपलब्ध कराने का आग्रह किया था, जिस पर विमान विभाग ने एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट जारी किये। इसमें नई दिल्ली की मेसर्स जेट सर्व एयरलाईन प्रालि ने ही अपनी दर भरी जोकि 3 लाख 50 हजार रुपये प्रति घण्टा थी। 

चूंकि एक ही कंपनी की दर आई इसलिये नियमानुसार इस टेण्डर को निरस्त कर दूसरा टेण्डर जारी किया गया है। लेकिन दूसरे टेण्डर में भी इसी कंपनी की दर आई लेकिन इस बार कंपनी ने दर करीब 3 लाख रुपये प्रति घण्टा की दर दी है। अब नियमानुसार, इसी दर को स्वीकृत किया गया है तथा इस कंपनी का विमानन विभाग ने एम्पेनलमेंट कर लिया है। 

अब यह स्वीकृत दर वन विभाग को भेजी जायेगी तथा वन विभाग इस दर पर राबिन्सन हेलीकाप्टर किराये पर ले सकेगा। इस हलीकाप्टर का उपयोग आगर मालवा में हांका लगाकर उक्त वन्यप्राणियों को पकड़वाने में होगा तथा फिर सडक़ मार्ग से इन्हें कूनो ले जाया जायेगा। किराये की राशि का भुगतान वन विभाग ही करेगा। उसने हांका लगाने के लिये 50 घण्टे के किराये का आकलन किया है।