दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मौजूदा सीएम आतिशी के आवास को लेकर सियासी घमासान बढ़ गया है। बीजेपी ने इसे 'शीशमहल' कहकर तंज कसा है, वहीं आम आदमी पार्टी ने बीजेपी और मीडिया को सीएम आवास का निरीक्षण करने की खुली चुनौती दी है।
आप नेता सौरभ भारद्वाज और संजय सिंह ने मीडिया को मुख्यमंत्री आवास के अंदर ले जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद दोनों नेताओं ने आवास के बाहर प्रदर्शन शुरु कर दिया। इस दौरान आवास के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई, जहां बैरिकेटिंग की गई और पुलिस बल तैनात किया गया। मीडिया के साथ सीएम बंगला दिखाने पहुंचे संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज की पुलिस से झड़प भी हुई।
आप नेताओं ने पुलिस के रोके जाने पर सवाल उठाए और पूछा कि क्या उपराज्यपाल (एलजी) ने मीडिया की एंट्री पर रोक लगाने का कोई आदेश दिया है। सौरभ भारद्वाज ने चुटकी लेते हुए कहा, “हम देखना चाहते हैं कि बीजेपी के स्विमिंग पूल या गोल्डन टॉयलेट जैसे दावे कहां सच हैं। हमने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा। अगर यही सब कुछ है तो इसे मीडिया को क्यों नहीं दिखाया जा रहा है?”
संजय सिंह ने बीजेपी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि मीडिया के जरिए सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए। उन्होंने बीजेपी को आमंत्रित किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया।
सौरभ भारद्वाज ने सीएम आवास में गड़बड़ी के आरोपों को नकारते हुए इसे बीजेपी का प्रोपेगेंडा बताया। उन्होंने कहा कि जनता को पता होना चाहिए कि जनता के पैसे का कैसे उपयोग किया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इसका निर्माण भी कोविड-19 महामारी के दौरान किया गया था।
भाजपा नेता प्रवेश शर्मा ने आप नेताओं की कार्रवाई को ''नाटकीयता'' करार दिया। उन्होंने लॉक डाउन के दौरान "शीशमहल" बनाने के लिए केजरीवाल की आलोचना की और इसे जनता के साथ विश्वासघात बताया।
सीएम आवास को लेकर चल रहा विवाद दिल्ली की राजनीति में पारदर्शिता और जवाबदेही के बड़े सवाल खड़े कर रहा है। दोनों पार्टियों के बीच बढ़ते विवाद के कारण यह मुद्दा सार्वजनिक बहस का विषय बन गया है।