हर माह मानदेय भी मिलेगा
भोपाल। इन बच्चों को पासबुक के साथ पीएम जन आरोग्य योजना के कार्ड भी दिए गए। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में 29 ऐसे बच्चे हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। इन बच्चों में से 28 बच्चे तो अभी 18 वर्ष से कम उम्र के हैं। 18 वर्ष से ज्यादा उम्र की एक बालिका को पीएम मोदी के कार्यक्रम में शामिल किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी के हितग्राही बच्चों से संवाद के दौरान इंदौर कलेक्टर कार्यालय में प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट भी मौजूद थे। इस मौके पर मंत्री सिलावट ने बच्चों से कहा कि फिक्र मत करना, शासन प्रशासन तुम्हारे साथ है। इस मौके पर सांसद शंकर लालवानी और कलेक्टर मनीष सिंह भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते कहा कि आज मैं प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य के रूम में बात कर रहा हूं। ऐसी परिस्थिति की हमने कल्पना भी नहीं की थी। जिन बच्चों ने कोरोना में अपने माता-पिता को खो दिया, शब्दों में उनकी तकलीफ कहना बेहद मुश्किल है। आज हम इन बच्चों की मुश्किल कम करने का बहुत छोटा सा प्रयास कर रहे हैं। पीएम केयर्स योजना के माध्यम से अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन का प्रयास कर रहे हैं। इस फंड ने कोरोनाकाल में अस्पताल बनाने से लेकर अन्य सुविधाएं जुटाने में मदद की। आज यह फंड उन बच्चों के काम आ रहा है जिनके माता पिता उन्हें छोड़ गए हैं। पीएम ने यह भी कहा कि कोई भी सहयोग माता पिता के सहयोग की भरपाई नहीं कर सकता।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन में होंगे ये लाभ:
— पीएम केयर्स के जरिये ऐसे बच्चों की उच्च शिक्षा में मदद करेंगे
— ऐसे बच्चों की शिक्षा आदि का पूरा खर्चा उठाया जाएगा।
— ऐसे बच्चों को 23 साल का होते ही 10 लाख रुपये मिलेंगे
— हर माह मानदेय मिलेगा।
— इन बच्चों को आयुष्मान कार्ड मिलेगा जिसमें पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त मिलेगा।