Tamilnadu Fengal Cyclone: चक्रवात 'फेंगल' का क़हर जारी, कासिमेदु इलाके में समुद्र में हाई टाइड और तेज़ हवाएँ


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Tamilnadu Fengal Cyclone: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात फेंगल का असर तमिलनाडु, पुडुचेरी समेत अन्य राज्यों में भी देखने को मिल रहा है। फंगल के कारण शुक्रवार से ओडिशा के कई जिलों में बूंदाबांदी शुरू हो गई। मौसम विभाग ने 12 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी इलाके से उठे चक्रवात फंगल का असर शहर में भी देखने को मिल सकता है। इस दौरान 1 से 3 दिसंबर तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। हालांकि, मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, चक्रवात अब कमजोर पड़ रहा है, जो तूफान से पहले 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा था, अब उसकी रफ्तार घटकर सिर्फ 45 से 55 किमी प्रति घंटे रह गई है।

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मौसम विज्ञान केंद्र भुवनेश्वर के अनुसार, शुक्रवार सुबह से कटक, पुरी, गंजाम, गजपति, कोरापुट, मलकानगिरी और रायगढ़ जिलों में आसमान में बादल छाए रहे और हल्की बारिश हुई। इस बीच, मौसम विभाग ने बालासोर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, ढेंकनाल, कटक, पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गजपति और गंजाम में बारिश की चेतावनी जारी की है।

चक्रवात 'फंगल' के प्रभाव से तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट पर तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। इस बीच 70-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। भारी बारिश की आशंका को देखते हुए तटीय इलाकों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है। जमशेदपुर में 3 दिनों तक बादल छाये रहने की संभावना है।

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चक्रवात फंगल का असर जमशेदपुर में भी दिखेगा, 3 दिनों तक बादल छाए रहने की संभावना है। इसके साथ ही नवंबर के आखिरी हफ्ते में ठंड में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। शुक्रवार को शहर का अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री दर्ज किया गया। सुबह-शाम कोहरा और धुंध भी देखने को मिल रही है। ऐसे में सभी को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।

इस मौसम में कोहरे के कारण दुर्घटनाओं की संभावना काफी बढ़ जाती है। वहीं, बढ़ती ठंड के कारण हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रतिदिन दो-चार मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। इस मौसम में हृदय रोगियों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है