संविधान पर चर्चा की तारीख का तय, विपक्ष की मांग पर राजी सरकार, संसद में गतिरोध टूटने की संभावना


Image Credit : X

स्टोरी हाइलाइट्स

सरकार संविधान पर बहस के लिए तैयार हो गई है। साथ ही इसके लिए तारीख की घोषणा भी कर दी गई है..!!

25 नवंबर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में अब भी गतिरोध बना हुआ है। विपक्षी सांसद अडानी और संभल हिंसा पर बहस की मांग कर रहे हैं। संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष की ओर से संविधान पर चर्चा की मांग की जा रही है। 

विपक्ष से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सरकार संविधान पर बहस के लिए तैयार हो गई है। साथ ही इसके लिए तारीख की घोषणा भी कर दी गई है। सूत्रों ने मिली जानकारी के अनुसार 13 और 14 दिसंबर को सदन में संविधान पर चर्चा होगी। इस मुद्दे पर लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) की बैठक में भी चर्चा हो चुकी है।

एक वरिष्ठ विपक्षी नेता ने कहा, ''सरकार संविधान पर बहस की तारीख की घोषणा करने पर सहमत हो गई है। अगर ऐसा होता है तो मंगलवार से संसद की कार्यवाही सुचारु रूप से चल सकती है, सूत्रों का यह भी कहना है कि बहस में समाजवादी पार्टी को संभल हिंसा का मुद्दा और तृणमूल कांग्रेस को बांग्लादेश का मुद्दा उठाने का मौका मिल सकता है।

संसद की कार्यवाही जल्दी स्थगित होने पर केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष नहीं चाहता कि संसद में सकारात्मक बातों पर चर्चा हो। चुनाव नतीजों से विपक्ष सदमे में है।”

संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य सभा 3 दिसंबर की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। साथ ही शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा भी 3 दिसंबर की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।