उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के चौथे धाम बद्रीनाथ के कपाट गुरुवार सुबह खुल गए। सुबह से ही बद्रीनाथ धाम में हो रही बर्फबारी के बीच हज़ारों श्रद्धालु बद्री विशाल के जयकारे लगाते दिखे। इस दौरान आर्मी बैंड धुनें बजाता रहा। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा शुरू हो गई है।
वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यहां पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना हुई। भारी बर्फबारी के बीच श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था और कपाट खुलते ही श्रद्धालु झूमने लगे। इसके पहले आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी नृसिंह मंदिर से पांडुकेश्वर को रवाना हुई थी।
इसके पहले 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट सुबह 6.20 बजे खोले गए। मंदिर के मुख्य पुजारी जगद्गुरु रावल भीम शंकर लिंग शिवाचार्य ने मंदिर के कपाट खोले। मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। पहले दिन 8 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे। माइनस 6 डिग्री तापमान के बाद भी सुबह 4 बजे से मंदिर के बाहर दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी थीं।