नौरादेही और रानी दुर्गावती एरिया को मिलाकर बनेगा टाइगर रिजर्व


स्टोरी हाइलाइट्स

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को राज्य वन्य प्राणी सलाहकार की बैठक हुई..!

भोपाल: केन-बेतवा लिंक परियोजना के अंतर्गत पन्ना नेशनल पार्क स्थान पर नौरादेही और रानी दुर्गावती सेंचुरी के एरिया को जोड़कर 2339 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में नया टाइगर रिजर्व घोषित किया जाएगा. रातापानी सेंचुरी को टाइगर रिजर्व घोषित करने का मामला अभी भी अधर में लटका है. रातापानी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर वन मंत्री विजय शाह को स्थानीय जनप्रतिनिधियों से बात करने के मौखिक निर्देश दिए हैं. राज्य वन प्राणी सलाहकार बोर्ड की बैठक में दो नए सेंचुरी बनाने पर सैद्धांतिक सहमति बनी है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को राज्य वन्य प्राणी सलाहकार की बैठक हुई. बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई सहमति भी बनी. वन्य प्राणी सलाहकार बोर्ड की बैठक में नौरादेही और रानी दुर्गावती सेंचुरी को जोड़कर नया टाइगर रिजर्व घोषित करने पर सहमति बनी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इसके बफर जोन का एरिया निर्धारित करने से पहले स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा की जाए. ताकि टाइगर रिजर्व घोषित करने के बाद स्थानीय लोगों को दिक्कत ना आए.

बोर्ड की बैठक में दो नई सेंचुरी बनाने पर भी सहमति बनी है. दक्षिण सामान्य वन मंडल बालाघाट के 163.195 वर्ग किलोमीटर सोनवानी सेंचुरी बनाए जाने पर सैद्धांतिक सहमति भी बनी है. दिलपहलू यह है कि  बोर्ड की बैठक में पहली बार ऐसा प्रस्ताव आया है कि जिसकी मांग पब्लिक और जनप्रतिनिधियों की ओर से की गई है. यहां यह भी उल्लेख करना उचित होगा कि प्रस्तावित सोनवानी सेंचुरी क्षेत्र में 15 से 20 टाइगर विचरण कर रहे हैं. मुख्यमंत्री इस मसले पर भी स्थानीय लोगों से विचार-विमर्श करने का सुझाव दिया और अगली बैठक में चर्चा का आश्वासन भी दिया.

दूसरी सेंचुरी उत्तर सागर वन मंडल के 258. 64 वर्ग किलोमीटर एरिया में भीमराव अंबेडकर सेंचुरी बनाए जाने सहमति बनी. बैठक में उपस्थित बोर्ड के सदस्य अभिलाष खांडेकर मुख्यमंत्री के समक्ष सवाल उठाया कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा प्रस्तावित नए 11 सेंचुरी बनाए जाने के मुद्दे पर सरकार सहमत है अथवा निरस्त कर दिया गया है? इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि अभी प्रक्रिया विचाराधीन है. शुक्रवार की बैठक में 11 सेंचुरी में से दो सेंचुरिया बनाए जाने पर सहमति भी हुई है.

रातापानी टाइगर रिजर्व का मामला अधर में-

रातापानी सेंचुरी को टाइगर रिजर्व घोषित करने का मामला अभी भी अधर में अटका हुआ है. शुक्रवार को बोर्ड की बैठक में भी इस मुद्दे पर निर्णय नहीं हो सका. बोर्ड के सदस्य अभिलाष खांडेकर ने 22 अप्रैल 22 को संपन्न बैठक की कार्यवाही पर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि पिछली बैठक में आपने रातापानी टाइगर रिजर्व को घोषित करने के संबंध में वन मंत्री विजय शाह को स्थानीय जनप्रतिनिधियों से बात करने के निर्देश दिए थे, इस पर आज क्या स्टेटस है? खांडेकर ने यह भी कहा कि टाइगर रिजर्व घोषित करने से बाघ मेरिट या अन्य क्षेत्रों में विचरण नहीं कर सकेगे.

इसके जवाब में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यहां का सांसद भी रह चुका हूं, इसलिए समस्या पता है. टाइगर रिजर्व घोषित करने से स्थानीय लोगों के लिए समस्या बन जाएगी. स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा के बाद ही इस विषय पर आगे निर्णय लिया जाएगा. खेरमौर सेंचुरी सरदारपुर और सैलाना सेंचुरी के पुनर्गठन पर भी सहमति बनी है. बैठक में निर्णय हुआ कि सैलाना सेंचुरी में खेरमौर जिन किसानों के खेत में दिखाई देंगे उन्हें इंसेंटिव के रूप में 5000 से बढ़कर ₹10000 मिलेंगे.

मुख्यमंत्री को दी गई बधाईयां-

राज्य वन प्राणी सलाहकार बोर्ड की 23वीं बैठक शुरू होने से पहले सभी सदस्यों ने एक सुर में बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाईयां दी. उन्हें यह बधाई नामीबिया से चीता लाकर कूनो में पुनर्स्थापित करने के लिए दी गई. यह प्रस्ताव भी बोर्ड के सदस्य अभिलाष खांडेकर ने रखा था. अपने प्रस्ताव में खांडेकर ने कहा कि मुख्यमंत्री जी बधाई के पात्र हैं, क्योंकि चीता को कूनो में बसाकर मध्य प्रदेश कि गरिमा में विश्व स्तर पर बढ़ाई है.