टीकमगढ़ निवासी बुजुर्ग रामदयाल अहिरवार की गोंडवाना एक्सप्रेस में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि बीड़ी पीने को लेकर हुए विवाद के बाद जीआरपी कर्मियों ने उसकी पिटाई कर दी, जिससे वह बेहोश हो गया और उसकी मौत हो गई। मथुरा जीआरपी ने जांच शुरू कर दी है।
ललितपुर से दिल्ली जा रही गोंडवाना एक्सप्रेस में आगरा और मथुरा के बीच एक बुजुर्ग की मौत हो गई। बेटे ने आरोप लगाया कि यात्रा के दौरान कोच में बीड़ी पीने पर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक कांस्टेबल ने उसकी पिटाई कर दी। इसके कारण वह अचेत हो गया और उसकी मृत्यु हो गई। शिकायत के बाद मथुरा जीआरपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह घटना मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को घटी। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के पलेरा थाना क्षेत्र के ग्राम रामनगर निवासी 60 वर्षीय रामदयाल अहिरवार और उनका 18 वर्षीय बेटा विशाल अहिरवार सोमवार को गीता जयंती एक्सप्रेस से ललितपुर पहुंचे। इसके बाद वे ललितपुर से गोंडवाना एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार होकर दिल्ली के पालम गांव के लिए रवाना हो गए।
विशाल अहिरवार के मुताबिक रात करीब दो बजे उसके पिता रामदयाल अहिरवार आगरा से चलने वाली ट्रेन के गेट पर खड़े होकर बीड़ी पीने लगे। कोच में तैनात जीआरपी जवान ने जब उसे बीड़ी पीने से रोका तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया। इस दौरान सिपाही ने उसे थप्पड़ मार दिया। जब उसने विरोध किया तो उसकी बुरी तरह पिटाई की गई।
विशाल के अनुसार वह सो रहा था। आवाज सुनकर वह अपने पिता को बचाने के लिए आया। जनरल कोच स्लीपर कोच से जुड़ा हुआ था, इसलिए हमलावर सिपाही अन्य सिपाहियों के साथ मिलकर पिता को पीटे गए स्लीपर कोच में ले गया। थोड़ी देर बाद रामदयाल बेहोश हो गया। उसके बाद उसे इसका एहसास नहीं हुआ। उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने शव को मथुरा स्टेशन पर छोड़ दिया और भाग गये।
विशाल ने बताया कि वह मथुरा के जीआरपी थाने पहुंचे। वहां उसे रिपोर्ट दर्ज न कराने की धमकी दी गई। पुलिस थाने में लिखित शिकायत दी गई, जिसकी कोई हस्ताक्षरित या मुहरबंद पावती नहीं दी गई।
विशाल का कहना है, कि मुझे आरपीएफ से फोन आया कि शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी गई है। विशाल के रिश्तेदार मथुरा में भी हैं। भीम आर्मी के आगरा मंडल के पूर्व अध्यक्ष हेमेंद्र कुमार अपने साथियों के साथ मदद के लिए पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे।
शिकायत के बाद डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया। वीडियोग्राफी भी कराई गई। बताया जा रहा है कि इस घटना को अंजाम देने वाले पुलिसकर्मी आगरा कैंट जीआरपी के कर्मचारी थे।