भोपाल : देश में वनवासी समाज के उद्धार और उन्नयन के लिए भारत सरकार प्रणप्राण से जुटी हुई हैं। देश की प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू भी इस वर्ग से चुन ली जाएं, इसको लेकर पूरे देश में वातावरण तैयार किया जा रहा है। ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार भला कैसे पीछे रह सकती है यहां भी आदिवासियों के लिए निर्मित म्यूजियम को अब आवासीय सुविधाओं में तब्दील करने का उपक्रम किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक विशेष बैठक में अपनी ऐसी ही एक मंशा जाहिर कर चुके हैं।
राजधानी भोपाल के श्यामला हिल्स पर स्थित संस्कृति विभाग के अधीन संचालित ट्राइबल म्यूजियम में पर्यटकों के आवास भी बनाये जायेंगे। दरअसल सीएम ने विभागीय समीक्षा बैठक में निर्देश दिये थे कि ट्राइबल म्यूजियम को विश्व-स्तरीय बनाया जाए। म्यूजियम में पर्यटक आकर रुके और देखें, इस तरह की व्यवस्था की जावे।
इस निर्देश के क्रियान्वयन के संबंध में संस्कृति विभाग ने कहा है कि ट्राइबल म्यूजियम में पर्यटकों/शोधार्थियों के लिए आवासीय परिसर हेतु स्थान कम है। बहुसंख्यक पर्यटकों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध करायी जाना संभव प्रतीत नहीं होता है। प्राथमिक रूप से मप्र की सभी प्रमुख जनजातियों के एक-एक आवास निर्मित किए जा रहे हैं, जहां पर्यटकों को ठहराया जा सकेगा और वे जनजातीय जीवन की विशिष्टता को वहां अनुभूत कर सकेंगे।
सीएम ने ट्राइबल म्यूजियम के पास स्थित भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में पर्यटकों को ठहराने के संबंध में कहा है कि यह संग्रहालय केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय का उपक्रम है। इसलिये वहां भी पर्यटकों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने हेतु अधोसंरचना विकसित करने के लिये विभाग स्तर से भारत सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किये जाने की कार्यवाही की जाएगी।