UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार 21 मार्च को रामनगरी अयोध्या पहुंचे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामलता को मत्था टेका और श्री राम मंदिर में पूजा-अर्चना की।
इस मौके पर बोलते हुए सीएम योगी ने कहा, कि उनकी तीन पीढ़ियां श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के लिए पूरी तरह समर्पित रहीं। सीएम ने कहा कि राम मंदिर के लिए कोई समस्या नहीं होगी, भले ही उन्हें सत्ता खोनी पड़े। सरकारी मशीनरी नौकरशाही के हाथ में है और उस नौकरशाही का एक बड़ा हिस्सा कह रहा था कि मुख्यमंत्री के तौर पर अयोध्या जाने से विवाद पैदा होगा।
मैंने कहा कि अगर कोई विवाद है तो होने दीजिए। लेकिन हमें अयोध्या के बारे में सोचना होगा। तभी एक दूसरा समूह कह रहा था कि अगर मैं वहां जाऊंगा तो राम मंदिर पर बात होगी। मैंने पूछा कि क्या मैं यहां सत्ता के लिए आया हूं?
दीपोत्सव का जिक्र करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या में यह उत्सव बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैंने अवनीश अवस्थी से कहा कि आप वहां शांतिपूर्वक जाएं और देखें कि वहां दीपोत्सव का आयोजन कैसे किया जा सकता है।' वे अयोध्या आये, सर्वेक्षण किया और कहा कि दीपोत्सव का आयोजन सचमुच होना चाहिए। अब दीपोत्सव दिवाली से पहले के त्यौहार जैसा हो गया है। अयोध्या का दीपोत्सव एक उत्सव बन गया है, एक समाज बन गया है, अयोध्या का उत्सव बन गया है। दीपोत्सव में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं।
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की विरासत और विकास की दृष्टि के कारण ही श्रद्धालुओं के लिए श्री राम मंदिर का दर्शन संभव हो पाया है। यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा, 'आज अयोध्या में लाखों श्रद्धालु आते हैं, पहले लोग यहां आना चाहते थे लेकिन नेतृत्व की कमी के कारण लोग नहीं आते थे।' हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आभारी हैं जिन्होंने विरासत और विकास को एक साथ लाया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या भारत की सनातन भूमि का आधार है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह लंबे समय से सनातन धर्म की प्रेरणा रही है। अयोध्या सभ्यता की प्रथम भूमि है। इसी अयोध्या में भगवान विष्णु के अवतार भगवान राम का जन्म हुआ था। भगवान राम की धरती पर आयोजित यह कार्यक्रम अद्भुत है।
सीएम योगी ने कहा कि यह 'नए भारत' का 'नया उत्तर प्रदेश' है। यहां नीतियां बनाकर, बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग के लिए आर्थिक आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने का काम किया जा रहा है।