ज्योतिष, ग्रह, नक्षत्र, राशि आखिर है क्या?


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ज्योतिष, ग्रह, नक्षत्र, राशि आखिर है क्या? what-is-astrology-planets-constellations-zodiacs-2

गगन मंडल ग्रह, नक्षत्र, राशि ज्ञान खण्ड ज्योतिष, ग्रह, नक्षत्र, राशि आखिर है क्या? "ज्योतिष" शब्द का वैदिक ग्रन्थों में, शास्त्रों पुराणों में एवं शब्दकोष में अर्थ है- वह विद्या या शास्त्र जिसके द्वारा आकाश में स्थित ग्रह, नक्षत्र आदि की गति परिणाम, दूरी आदि का निश्चय किया जाता है, उसे ज्योतिष विद्या कहते हैं। हमारे जीवन व कार्य क्षेत्रों में ग्रहों व नक्षत्रों का प्रभाव जल पर पड़ता रहता है और ग्रहों एवं नक्षत्रों पर ही ज्योतिष शास्त्र आधारित है। सरल शब्दों में-"ज्योतिष" उस विद्या का नाम है जिसके द्वारा आकाश स्थित ग्रहों के माध्यम से भूत, भविष्य तथा वर्तमान का सारा हाल जाना जा सकता है। शास्त्रीय परिभाषा से यह स्पष्ट हो जाता है कि ज्योतिष का संबंध आकाश के एक निश्चित मार्ग में विचरण करने वाले प्रकाशमान ग्रहों से है। सूर्य को केन्द्र मान कर नक्षत्रों की स्थिति, उन पर ग्रहों के प्रभाव के स्वरूप और उनकी गहनता को बताने वाली अभूतपूर्व महान विद्या ही ज्योतिष है। ज्योतिष विद्या समस्त जीवों के भूत, भविष्य, वर्तमान के फलों के अलावा रोगों के भी निवारण करने में पूर्ण समर्थ है। ज्योतिष शास्त्रों का मानना है कि जिन असाध्य बिमारियों को डॉक्टर, वैद्य व हकीम ठीक नहीं कर सकते, उन बिमारियों को ज्योतिष विद्या जड़ से मिटा सकती है, अतः ज्योतिष विद्या जीवों के लिए प्राणदायक महाशक्ति भी है। वैदिक साहित्य में सूर्य को आत्मा और चन्द्र को मन कहा गया है। सूर्य और पृथ्वी केसम्बन्धों का परिणाम हैऋतु चक्र और यह ऋतुचक्र सृष्टि की स्थिति में मुख्य कारण है। यदि ऋतुओं का परिवर्तन न हो तो पृथ्वी पर से जीवन ही समाप्त हो जाए। इस संदर्भ में जब हम भारतीय शास्त्रों को देखते हैं तो ज्योतिष शास्त्र ही ऐसा शास्त्र है जो समय के तीनों आयामों भूत, भविष्य और वर्तमान की सम्पूर्ण, शत-प्रतिशत जानकारी देने की क्षमता रखता है। ज्योतिष का महत्व फलित से,आंका जाता है। उसका मूल ढांचा नक्षत्र विज्ञान पर टिका हुआ है। व्यक्ति के इतिहास से लेकर राष्ट्र के भविष्य तक का प्रामाणिक विवरण नक्षत्रों और ग्रहों पर आधारित है। इसे नक्षत्र ज्योतिष भी कहा जाता है। वस्तुओं की तेजी-मंदी, मौसम, विज्ञान, रोगों की संभावना व निवारण एवं दुःख-सुख, लाभ-हानि की सूचना से सब ज्योतिष में ही निहित है।