मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से बुरी खबर आई है। जिले के खुनाज़िरखुर्द गांव में एक पुराने कुएं को गहरा करने के काम के दौरान भूस्खलन हो गया जिसमें 6 मजदूर दब गए। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद तीन मजदूरों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मजदूरों की मौत पर दुख व्यक्त किया है और राहत की घोषणा की है।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने छिंदवाड़ा जिले के ग्राम खूनाझिर खुर्द में पुराने कुँए के घँस जाने से तीन श्रमिकों की असामयिक मृत्यु पर दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राज्य शासन की ओर से सभी मृतकों के परिजन को 4-4 लाख की आर्थिक सहायता राशि दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
सीएम डॉ. यादव ने बाबा महाकाल से दिवंगतों की आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजन को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है। दुर्घटना की सूचना मिलने पर पुलिस बल, होमगार्ड और एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत रेस्क्यू कार्य शुरू कर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का हरसंभव प्रयास किया, परन्तु उन्हें बचाया नहीं जा सका।
पुलिस बल, होमगार्ड और एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, खुनाजीरखुर्द गांव में निजी जमीन पर एक पुराने कुएं को गहरा करने का काम चल रहा था, जिसमें 6 मजदूर काम कर रहे थे। अचानक कुएं की मिट्टी ढहकर मजदूरों पर गिर गई। मजदूर उसमें दब गये। भूस्खलन की सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया तथा तीनों मजदूरों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उधर, बताया जा रहा है कि कुएं में तीन और मजदूर दबे हुए हैं, जिनके लिए बचाव कार्य जारी है। बताया जा रहा है कि फंसे हुए मजदूरों में एक मां और बेटा भी शामिल हैं। प्रशासन लगातार बचाव कार्य चला रहा है। यह ऑपरेशन मंगलवार से चल रहा है। कहा जा रहा है कि हम अभी भी फंसे हुए श्रमिकों में से एक से बात कर सकते हैं लेकिन बाकी की आवाजें नहीं सुनी जा सकती हैं। ये मजदूर रायसेन जिले के निवासी बताए जा रहे हैं।