भोपाल: मप्र के वन विभाग को अपने कान्हा टाईगर रिजर्व में बसाने के लिये असम राज्य से जंगली भैंसे मप्र के चिडिय़ाघर जोकि इंदौर एवं ग्वालियर में स्थित हैं, से बाघ देने के बदले मिलेंगे। दरअसल, पिछले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 3 जुलाई 2023 को असम के सीएम हिमन्ता बिश्व सरमा को जंगली भैंसे देने के लिये पत्र लिखा था कि कई साल पहले मप्र में जंगली भैंसे हुआ करते थे लेकिन बाद में ये खत्म हो गये।
छत्तीसगढ़ एवं महाराष्ट्र में कम संख्या में जंगली भैंसे बचे हैं। भारत के वन्यजीव संस्थान ने भी अपने वैज्ञानिक अध्ययन में भी यह बात कही है। इसलिये पहले चरण में बीस जंगली भैंसे मप्र को दिये जायें जिससे सेंट्रल इण्डिया में इनका अस्तित्व रहे।
परन्तु कई माह बीतने के बाद भी यह असम राज्य से ये जंगली भैंसे नहीं मिल पाये। मप्र के पीसीसीएफ वन्यप्राणी वीएन अम्बाड़े ने बताया कि असम के पीसीसीएफ से चर्चा में ज्ञात हुआ है कि वे बदले में मप्र से चिडिय़ाघर के बाघ चाहते हैं। अब इसकी शासन स्तर से स्वीकृति मिलने पर ही दोनों वन्यप्राणियों का आदना-प्रदान हो सकेगा।