MP Weather News: मध्य प्रदेश में सर्दी का मौसम अब अपने अंतिम चरण में है। ऐसे में इस बात पर बहस चल रही है कि क्या अब सर्दी खत्म हो गई है। लोगों में चर्चा है कि इस साल मध्य प्रदेश में बहुत ठंड पड़ी। पिछले तीन माह में कम से कम तीन बार आई शीतलहर ने लोगों को हिलाकर रख दिया है।
आमतौर पर प्रदेश में 15 दिसंबर से 20 जनवरी तक ही कड़ाके की ठंड पड़ती है। लेकिन इस वर्ष सर्दी का मौसम लम्बा हो गया। नवंबर के अंत से सर्दी ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया था और यह क्रम 20 जनवरी के बाद भी जारी रहा। हालांकि इस दौरान कुछ उतार-चढ़ाव भी रहा, लेकिन ठंड ने लोगों को कंपकंपा दिया।
मध्य प्रदेश मौसम विभाग का भी कहना है कि इस साल मध्य प्रदेश में सर्दी का मौसम लंबा रहा है। मध्यप्रदेश में 50 साल बाद ऐसा हुआ कि 3 महीने के सर्दी के मौसम में 2 महीने से ज्यादा समय तक कड़ाके की ठंड पड़ी।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 3 महीनों नवंबर, दिसंबर और जनवरी के कुल 90 दिनों में से मध्य प्रदेश में 70 दिन कड़ाके की ठंड पड़ी। इस अवधि के दौरान 50 दिन ऐसे थे जब अत्यधिक ठंड थी। मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में 50 साल बाद इतनी लंबी सर्दी का मौसम पड़ा है।
आंकड़े बताते हैं कि नवंबर के आखिर में मध्य प्रदेश के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री के आसपास रहा। 29 नवंबर 2024 को भोपाल में न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसके बाद दिसंबर में शीतलहर ने लोगों को हिलाकर रख दिया। 16 दिसंबर को भोपाल में न्यूनतम तापमान 3.3 रहा, जबकि पचमढ़ी में तापमान 1 डिग्री के आसपास पहुंच गया। इस दौरान राज्य के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 4 से 5 डिग्री के बीच रहा।
कुछ दिनों की राहत के बाद जनवरी के पहले सप्ताह में भी शीतलहर ने लोगों को परेशान करना जारी रखा। 8 जनवरी को भोपाल में न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री दर्ज किया गया। इस दौरान राज्य के कई जिलों में पारा 4 से 5 डिग्री के बीच उतार-चढ़ाव पर रहा।
जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश में नवंबर में 11 दिन, दिसंबर में 19 दिन और जनवरी में 20 दिन कड़ाके की ठंड पड़ी। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक बताते हैं, "सर्दी के पिछले तीन महीनों में तापमान में उतार-चढ़ाव होता रहा है। जब पश्चिमी विक्षोभ आता है, तो तापमान बढ़ने लगता है। जब पश्चिमी विक्षोभ चला जाता है, तो मौसम बदल जाता है।" इस साल मौसम अनिश्चित रहा। अगर पिछले 3 महीने की बात करें तो तापमान बढ़ता-घटता रहा। मध्य प्रदेश में हर चौथे दिन कड़ाके की ठंड रही। शीतलहर भी चलती रही।