हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व है. नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा और व्रत का विशेष महत्व है. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन शुक्ल प्रतिपदा तिथि को शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना के विधान से मां की पूजा के पर्व की शुरुआत होती है. मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. चैत्र नवरात्रि आज से शुरू हो रही है, जो 30 मार्च तक चलेगी.
नवरात्रि वास्तु दोष दूर करने के लिए सबसे उत्तम-
नवरात्रि में मां की कृपा पाने के लिए कई तरह के उपाय और पूजा की जाती है. वास्तु के अनुसार, घर से वास्तु दोष दूर करने के लिए नवरात्रि का पर्व सबसे उत्तम माना जाता है. नवरात्रि में किए गए उपायों से घर से हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और सुख-समृद्धि बनी रहती है.
घर के दरवाजे पर लगाएं यह निशान-
मान्यताओं के अनुसार, चैत्र नवरात्रि पर मां खुद किसी न किसी रूप में लगातार 9 दिनों तक धरती पर रहती हैं. उस समय मां दुर्गा हर भक्त के घर जाती हैं. ऐसे में नवरात्रि पर मां का स्वागत करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर मां लक्ष्मी के शुभ चरणों, स्वास्तिक और ॐ का निशान लगाएं. इससे माता अत्यंत प्रसन्न होती हैं.
कलश स्थापना-
नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप माँ शैलपुत्री की कलश स्थापना कर पूजा की जाती है. नवरात्रि पर कलश स्थापना करना बहुत ही शुभ माना जाता है. वास्तु के अनुसार, कलश की स्थापना हमेशा ईशान कोण में ही करनी चाहिए. बता दें कि उत्तर और पूर्व दिशा के बीच का कोण ईशान कोण कहलाता है. ईशान कोण में सभी देवी-देवताओं का वास होता है. इसलिए नवरात्रि के पहले दिन ईशान कोण को साफ करके कलश की स्थापना करें. इससे मां लक्ष्मी का घर में सदैव वास रहता है.
कन्या पूजन-
नवरात्रि में कन्या पूजन और उन्हें भोग लगाने का विशेष महत्व है. नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि को 2 से 10 वर्ष की आयु की कन्याओं का पूजन करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है. मान्यता है कि कन्या पूजन करने और भोजन कराने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती है.
रंगोली और तोरण-
नवरात्रि में मां को प्रसन्न करने के लिए घर के मुख्य द्वार के सामने रंगोली और तोरण द्वार बनाना चाहिए. तोरण द्वार और रंगोली से घर में मां की विशेष कृपा के साथ-साथ सुंदरता भी आती है. इसलिए नवरात्रि के हर दिन मुख्य द्वार पर आम और केल पत्तों का तोरण बनाना चाहिए.
दीपक का विशेष महत्व-
हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य में दीपक जलाने का विशेष महत्व होता है. दीपक जलाना आर्थिक सम्पन्नता, समृद्धि और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में नवरात्रि पर घर में एक दीपक जलाते रहना चाहिए.