मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में निधन, अमेरिका के एक हॉस्पिटल में थे भर्ती, परिवार ने की पुष्टि


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स्टोरी हाइलाइट्स

रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद जाकिर हुसैन को अमेरिकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।,जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, उनके परिवार ने सोमवार को यह जानकारी दी..!!

तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्हें 15 दिसंबर, रविवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जाकिर हुसैन का अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था।

रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद जाकिर हुसैन को अमेरिकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उनके परिवार ने सोमवार को यह जानकारी दी। परिवार का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रोस्पेक्ट पीआर के जॉन ब्लेइचर ने इसकी पुष्टि की।

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उनके परिवार के अनुसार हुसैन की मृत्यु इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से उत्पन्न जटिलताओं के कारण हुई। 

वे पिछले दो सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे और बाद में उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में ले जाया गया। पांच बार ग्रैमी अवॉर्ड विजेता हुसैन के दोस्त और बांसुरीवादक राकेश चौरसिया ने रविवार को उनके अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी। 

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राकेश चौरसिया ने कहा कि हुसैन रक्तचाप की समस्या से पीड़ित थे। उन्होंने कहा, "हुसैन को पिछले सप्ताह हृदय संबंधी समस्याओं के कारण सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।" हालांकि, रात होते-होते उनके निधन की खबर झूठी बताई जाने लगी। 

वह तबला वादक के रूप में विश्व प्रसिद्ध हैं और उन्हें देश-विदेश में कई बड़े सम्मानों से सम्मानित किया गया है। पद्म विभूषण से सम्मानित प्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन की मौत की पुष्टि उनके परिवार ने सोमवार, 16 दिसंबर को की।

ज़ाकिर हुसैन ने 1991 में प्लैनेट ड्रम के लिए ड्रमर मिकी हार्ट के साथ सहयोग किया, जिससे उन्हें ग्रैमी अवार्ड मिला। हुसैन ने कई फिल्मों के साउंडट्रैक के लिए भी काम किया। जाकिर हुसैन को 1991 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 

वह उस टीम का हिस्सा थे जिसने अटलांटा में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए संगीत तैयार किया था। वह पहले भारतीय संगीतकार भी हैं जिन्हें 2016 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा 'ऑल-स्टार ग्लोबल कॉन्सर्ट' में भाग लेने के लिए व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया गया था। जाकिर हुसैन को भारत सरकार द्वारा 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

ज़ाकिर हुसैन एक प्रसिद्ध तबला वादक हैं, जिनका जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता उस्ताद अल्लाह रक्खा खान अपने समय के मशहूर तबला वादक थे। उन्होंने तबला बजाने की कला अपने पिता से सीखी। उस्ताद ज़ाकिर हुसैन ने 7 साल की उम्र में संगीत कार्यक्रमों में तबला बजाना शुरू कर दिया था। उन्होंने वाशिंगटन विश्वविद्यालय से संगीत में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।