Mahakumbh 2025: गुरुवार 30 जनवरी को महाकुंभ का 18वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक महाकुंभ में 27.58 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। इस बीच, मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर बुधवार को प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए पांच बड़े बदलाव किए हैं।
पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, अब किसी भी वाहन को शहर में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। इसके अलावा, सभी सड़कों को वन वे कर दिया गया है। मेले में आने और जाने के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। इसके अलावा वीवीआईपी पास भी रद्द कर दिए गए हैं, यह नियम फरवरी तक लागू रहेगा।
आपको बता दें, कि मौनी अमावस्या के अवसर पर मंगलवार और बुधवार की रात भगदड़ मच गई। जिसमें प्रयागराज प्रशासन ने 30 लोगों की मौत की पुष्टि की है। सीएम योगी ने उनके परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। वहीं, 60 लोग घायल हुए हैं। सरकार ने व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए 2019 कुंभ में तैनात रहे दो अधिकारियों आईएएस आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज बुलाया।
भगदड़ को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। जिसमें यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। धार्मिक आयोजनों में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस इंतजाम करने की मांग की गई है।
महाकुंभ मेले में 5 बड़े बदलाव
मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन, सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध। VVIP पास हुए रद्द, किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा।
रास्ते किए गए वन-वे, श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू।
वाहनों की एंट्री पर रोक, प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जाएगा।
फरवरी तक सख्त प्रतिबंध, शहर में 4 पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
महाकुंभ अमृत स्नान की तिथियां
मकर संक्रांति - पहला अमृत स्नान 14 जनवरी 2025 को हुआ।
मौनी अमावस्या - दूसरा अमृत स्नान 29 जनवरी 2025 को होगा।
तीसरा अमृत स्नान वसंत पंचमी - 3 फरवरी, 2025 को होगा।
माघ पूर्णिमा - चौथा अमृत स्नान 12 फरवरी 2025 को होगा।
महाशिवरात्रि - अंतिम अमृत स्नान 26 फरवरी 2025 को होगा।