प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मध्य प्रदेश के 5 श्रद्धालुओं की असामयिक मृत्यु की पुष्टि हो गई है। पांचों मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की थी, जिसे बढ़ाकर अब 4-4 लाख कर दिया गया है।
सीएम ने अपने X पर लिखा है, कि
प्रयागराज महाकुंभ में हुए अत्यंत पीड़ादायक हादसे में मध्यप्रदेश के अब तक पांच श्रद्धालुओं की मृत्यु की पुष्टि हुई है। सभी पांच श्रद्धालुओं की असमय दुखद मृत्यु पर परिजनों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से प्रदान की जाने वाली आर्थिक सहायता राशि ₹2-2 लाख से बढ़ाकर ₹4-4 लाख करने के निर्देश करता हूं। दुःख की इस घड़ी में हमारी सरकार शोकाकुल परिजनों की हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है।
इससे पहले सीएम ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, कि बुधवार को प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से वह बहुत दुखी हैं। इस दुर्घटना में मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं की असामयिक मृत्यु की पुष्टि हुई है। मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
इसके अलावा जिला प्रशासन नियमानुसार शोक संतप्त परिवार को हर संभव सहायता उपलब्ध करा रहा है। राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में मृतकों के परिजनों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को मध्य प्रदेश से प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, मुख्य सचिव अनुराग जैन और रीवा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर बात की और जापान से प्रयागराज की घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे सभी जिलों में श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था, हेल्पलाइन नंबर और अन्य सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सहित समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने श्रद्धालुओं से संयम बरतने और स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बुधवार को हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद राज्य के सीमावर्ती जिलों में सुचारू कामकाज बनाए रखने में मदद करने वाले स्वयंसेवी एवं सामाजिक संगठनों, सरपंचों, स्थानीय नागरिकों, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।