भोपाल में स्कूलों के समय में फिर बदलाव, शीतलहर की चेतावनी के चलते कलेक्टर ने जारी किया आदेश


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स्टोरी हाइलाइट्स

समस्त विद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देशित किया जाता है कि विद्यालय का संचालन प्रातः 09:00 बजे से पूर्व नही करेगें..!!

राजधानी भोपाल में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों के समय में बदलाव करने का निर्णय लिया है। इसी के चलते भोपाल कलेक्टर ने स्कूलों के समय में बदलाव करने का फ़ैसला किया है।

आदेश के अनुसार राजधानी भोपाल मे तापमान में लगातार कमी और शीतलहर के कारण समस्त शासकीय / अशासकीय / सी.बी.एस.ई / आई.सी.एस.ई. एवं अन्य बोर्ड से सम्बद्ध विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र - छात्राओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पडने की संभावना है।

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अतः इस स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए समस्त विद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देशित किया जाता है कि विद्यालय का संचालन प्रातः 09:00 बजे से पूर्व नही करेगें। परीक्षाओं का संचालन पूर्ववत् नियत समय सारणी अनुसार ही रहेगा। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।

उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण भोपाल में भी ठंड बढ़ रही है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक शीतलहर की चेतावनी दी है। प्रदेश में दिन और रात के तापमान में भी लगातार गिरावट देखी जा रही है।

मंगलवार इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। वहीं बीती रात भी इस सीजन की सबसे ठंडी रात साबित हुई। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात पचमढ़ी में तापमान 1.8 डिग्री दर्ज किया गया। पिछली रात यह 3.5 डिग्री सेल्सियस था, जो एक ही रात में 1.7 डिग्री सेल्सियस कम था। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई। भोपाल में 6.9 डिग्री, इंदौर में 8.6 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 7.5 डिग्री और जबलपुर में 6.5 डिग्री दर्ज किया गया। 

पचमढ़ी के अलावा रायसेन, गुना, उमरिया, मंडला और नौगांव में तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। रायसेन में तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस, गुना-उमरिया में 5 डिग्री सेल्सियस, मांडले में 5.2 डिग्री सेल्सियस और नगांव में 5.3 डिग्री सेल्सियस रहा।

इस साल दिसंबर की ठंड ने ट्रेंड बदल दिया है। पिछले 10 साल के रिकॉर्ड और ट्रेंड पर नजर डालें तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती थी, लेकिन इस बार पहले पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड का असर देखने को मिल रहा है। भोपाल और इंदौर में रातें पिछले दो वर्षों में सबसे ठंडी रही हैं, जिसने दिसंबर में सबसे ठंडे महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फबारी के कारण सर्दी बढ़ गई है। यहां जेट स्ट्रीम भी तेजी से चल रही हैं। जिसका असर मध्य प्रदेश में देखने को मिल रहा है।

मंगलवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में ठंडी हवाएं चलीं। वहीं, यहां भी ठंडा दिन रहा। दमोह, जबलपुर, सिवनी, नरसिंहपुर, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, आगर-मालवा, धार में भी शीतलहर चली। मौसम के बदले मिजाज के कारण सभी शहरों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई।

बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में तापमान 23.4 डिग्री, इंदौर में 22.1 डिग्री, ग्वालियर में 23.2 डिग्री, उज्जैन में 23.5 डिग्री और जबलपुर में 22.0 डिग्री रहा. प्रदेश में पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां का तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसी तरह बैतूल में 22.7 डिग्री, धार में 23.1 डिग्री, रायसेन में 22.4 डिग्री, रतलाम में 23.2 डिग्री, शिवपुरी में 25 डिग्री, दमोह में 24 डिग्री, खजुराहो में 23.8 डिग्री, नौगांव में 24 डिग्री, रीवा में 22.5 डिग्री, सागर में 23 डिग्री, सतना में 23 डिग्री, सीधी में 21.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 23 डिग्री, उमरिया में 23.6 डिग्री और मलाजखंड में 21.7 डिग्री सेल्सियस रहा।