भोपाल: लोकायुक्त कार्यालय इंदौर ने रोड ठेकेदार जितेंद्र वास्केल से एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रेंजर धार वैभव उपाध्याय को रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7 के अंतर्गत कार्यवाही बाग में जारी है।
ठेकेदार जितेंद्र वास्केल ने पुलिस अधीक्षक, विशेष पुलिस स्थापना, लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में शिकायत की कि मेरे द्वारा बाग रोड से पांडु गुफा तक 3 किलोमीटर रोड के निर्माण का ठेका लिया है।
इसमें से लगभग 2 किलोमीटर रोड वन विभाग एरिया में आती है। इसकी अनुमति भी मेरे द्वारा वन विभाग से ली है। रेंजर वैभव उपाध्याय ने काम रुकवा दिया और लागत का 3 परसेंट रिश्वत के रूप में मांगा है। अभी कुछ समय पहले 96,000/- रुपए भी ले लिए।अभी 2 लाख रुपए रिश्वत देने का कहा है। सत्यापन में आरोपी द्वारा 2,00,000/- की मांग किया जाना पाया गया। इस प्रकार शिकायत सही पाये जाने पर बुधवार 9 अप्रैल को ट्रेप दल का गठन किया गया। आरोपी द्वारा आवेदक से रिश्वत् राशि की 1,00,000/- रू. प्राप्त करने पर आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा गया।
ट्रैपदल सदस्य-
डीएसपी सुनील तालान, निरीक्षक राहुल गजभिए, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, प्रधान आरक्षक रंजीत द्विवेदी, आरक्षक अनिल परमार,आरक्षक पवन पटोरिया, आरक्षक आशीष नायडू, आरक्षक रामेश्वर निंगवाल आरक्षक कृष्णा अहिरवार सम्मिलित हैं।