चाणक्य के अनुसार, धन की देवी मां लक्ष्मी को साफ-सफाई बहुत पसंद है. आदमी को हमेशा साफ रहना चाहिए. जो इंसान अपने दांतों और खुद के शरीर को गंदा रखते हैं, मां लक्ष्मी उनके घरों में कभी वास नहीं करती हैं. वहीं, जो इंसान हमेशा समय से उठकर नहाता है और फिर पूजा-पाठ करता है, ऐसे आदमी के घर हमेशा मां लक्ष्मी पधारती हैं.
चाणक्य के अनुसार, इंसान को किसी भी कार्य के लिए आलसी नहीं होना चाहिए. उसे हमेशा मेहनती होना चाहिए. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि आलसी इंसान तो उन मौकों को भी आलस की वजह से छोड़ देता है, जिनके जरिए वह आगे बढ़ सकता है. लेकिन, मेहनती इंसान जो होता है वह हमेशा ही तरक्की करता है. हर कार्य में उसे सफलता मिलती है और पैसों से जेब भरी रहती है.
चाणक्य कहते हैं कि किसी से अपना लक्ष्य भी नहीं बताना चाहिए. अपना लक्ष्य साझा करना ठीक नहीं होता है. जिस आदमी को आपने लक्ष्य बताया है, वही उसमें रुकावट बन सकता है. इसलिए अपने लक्ष्य की ओर चुपचाप आगे बढ़ते जाना चाहिए. जो आदमी अपने लक्ष्य पर चुपचाप आगे बढ़ता जाता है, वह सफलता के शिखर तक जरूर पहुंच जाता है.