मिसेज यूनिवर्स सेंट्रल एशिया बनीं रतलाम की डॉ. दिव्या


स्टोरी हाइलाइट्स

प्रतियोगिता के लिए खुद ने डिजाइन किए कपड़े 

मध्यप्रदेश के रतलाम की डॉ. दिव्या पाटीदार ने दुनियाभर में अपनी खूबसूरती का डंका बजाया। उन्होंने मिसेज यूनिवर्स सेंट्रल एशिया 2021 का खिताब जीता। 120 देशों को पछाड़कर उन्होंने ये उपलब्धि हासिल की. प्रतियोगिता साउथ कोरिया के सियोल में 5 जुलाई को हुई जिसमें उन्हें मिसेज यूनिवर्स इंस्पिरेशन का अवॉर्ड भी मिला। इससे पहले वे मिसेज इंडिया माय आइडेंटिटी-2018 और मिसेज यूरेशिया-2019 की विजेता भी रही हैं।

खास है कि दिव्या ने इस कॉम्पिटीशन में पहनने के लिए खुद ही अपने गाउन डिजाइन किए। इसके साथ ही अपने तीन साल के बेटे आर्यमन को भी संभाला। इस सफलता का श्रेय दिव्या पाटीदार अपनी मां राधा पाटीदार को देती हैं। दिव्या ने कोरोना काल में पिता को खो दिया था लेकिन इसके बाद भी मां ने अपनी तकलीफों को भूल कर प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। 

सन 2013 में दिव्या की शादी रतलाम के रहने वाले मर्चेंट नैवी ऑफिसर प्रयास जोशी से हुई। इसके बाद ससुराल से भी उन्हें मॉडलिंग और सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहन मिला। डॉ. दिव्या ने बताया कि कॉलेज के समय से ही वे मॉडलिंग, सोशल वर्क, अभिनय और संगीत के क्षेत्र में सक्रिय रही हैं। वे टीवी शो सारेगामापा और इंडियन आइडियल के टॉप 100 में भी रह चुकी हैं। 

हर साल होनेवाली मिसेज यूनिवर्स सेंट्रल एशिया प्रतियोगिता पिछले साल कोरोना के कारण नहीं हो सकी थी। दिव्या के मुताबिक यह एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि जीवन यात्रा है। कोई किसी से आगे या पीछे नहीं है बल्कि हम सभी स्टूडेंट्स और हम ही टीचर हैं।